इसलिए निकलेगा सत्याग्रह मार्च
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष मुकेश डागुर ने बताया कि महासंघ भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म करने के लिए संघर्षरत है। महासंघ ने एक मुहिम चला रखी है, भ्रष्टाचार मुक्त शिक्षा, अत्याचार मुक्त शिक्षक, जिसके तहत संगठन ने जगह जगह भ्रष्टाचार का विरोध किया है। पूरे जनपद में कार्यक्रमों के माध्यम से जन जाग्रति लाने का कार्य किया है। इसके बावजूद भ्रष्ट शिक्षाधिकारी शिक्षकों को चिन्हित कर अंग्रेजीयत शैली में उनके शोषण एवं उन पर अत्याचार पर उतारू हैं। संगठन द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी अनिल निम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कि उक्त खंड शिक्षा अधिकारी की कई स्तरों पर शिकायत की गई, लेकिन परिणाम कुछ भी नहीं निकला। इसलिए संगठन ने सत्याग्रह मार्च का निर्णय लिया है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष मुकेश डागुर ने बताया कि महासंघ भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म करने के लिए संघर्षरत है। महासंघ ने एक मुहिम चला रखी है, भ्रष्टाचार मुक्त शिक्षा, अत्याचार मुक्त शिक्षक, जिसके तहत संगठन ने जगह जगह भ्रष्टाचार का विरोध किया है। पूरे जनपद में कार्यक्रमों के माध्यम से जन जाग्रति लाने का कार्य किया है। इसके बावजूद भ्रष्ट शिक्षाधिकारी शिक्षकों को चिन्हित कर अंग्रेजीयत शैली में उनके शोषण एवं उन पर अत्याचार पर उतारू हैं। संगठन द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी अनिल निम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कि उक्त खंड शिक्षा अधिकारी की कई स्तरों पर शिकायत की गई, लेकिन परिणाम कुछ भी नहीं निकला। इसलिए संगठन ने सत्याग्रह मार्च का निर्णय लिया है।
ये हैं मांगे
इस सत्याग्रह मार्च के तहत मांग की जाएगी कि भ्रष्ट शिक्षा अधिकारी को जनपद में समस्त दायित्वों से मुक्त करते हुए जनपद से बाहर भेजा जाए। शिक्षकों का शोषण एवं उन पर किए गए अत्याचार की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। नगला सहजू विकास खंड के प्रधानाध्यापक दिलीप सिंह परमार पर गलत आरापों में कराई गई एफआईआर वापस हो। शिक्षकों पर नियम विरुद्ध कोई कार्रवाई न की जाए। बेसिक शिक्षा विभाग में सिटीजन चार्टर लागू किया जाए। जनपद में एक शिक्षक परिषद का गठन किया जाए, जिसमें सभी शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों को सम्मलित किया जाए। इसके अलावा करीब 11 मांगों को लेकर ये सत्याग्रह मार्च होगा।
इस सत्याग्रह मार्च के तहत मांग की जाएगी कि भ्रष्ट शिक्षा अधिकारी को जनपद में समस्त दायित्वों से मुक्त करते हुए जनपद से बाहर भेजा जाए। शिक्षकों का शोषण एवं उन पर किए गए अत्याचार की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। नगला सहजू विकास खंड के प्रधानाध्यापक दिलीप सिंह परमार पर गलत आरापों में कराई गई एफआईआर वापस हो। शिक्षकों पर नियम विरुद्ध कोई कार्रवाई न की जाए। बेसिक शिक्षा विभाग में सिटीजन चार्टर लागू किया जाए। जनपद में एक शिक्षक परिषद का गठन किया जाए, जिसमें सभी शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों को सम्मलित किया जाए। इसके अलावा करीब 11 मांगों को लेकर ये सत्याग्रह मार्च होगा।