श्री गौरांग लीला
श्री चैतन्य महाप्रभु अपनी लीला में अनन्य निष्ठा शिक्षा देते हैं। श्रीवास जी के घर होने वाले संकीर्तन में महाप्रभु को विष्णु का आवेश होता है और वह गरुण को पुकारते हैं। गुप्त मुरारी गरुण आवेश में आकर महाप्रभु को अपने कंधे पर उठा नृत्य करते हैं और महाप्रभु मुरारी के जूठे जल को पीकर भक्त धर्मावत प्रथा को बढ़ाते है। प्रभु की आज्ञा पर राम भक्त मुरारी रात्रि में अपने घर श्री कृष्ण का कीर्तन करते है लेकिन उनको दर्शन राम जी के होते हैं। प्रातः काल मुरारी अपने को अपराधी मानकर महाप्रभु की शरण मे जाते हैं। महाप्रभु उसके मस्तिष्क पर राम भक्त लिख कर प्रसन्न होकर कहते हैं कि मैं तुम्हारी अनन्य निष्ठा की परीक्षा ले रहा था, जिसमें तुम सफल रहे। मानव को एक इष्ट की भक्ति करनी चाहिए।
श्री चैतन्य महाप्रभु अपनी लीला में अनन्य निष्ठा शिक्षा देते हैं। श्रीवास जी के घर होने वाले संकीर्तन में महाप्रभु को विष्णु का आवेश होता है और वह गरुण को पुकारते हैं। गुप्त मुरारी गरुण आवेश में आकर महाप्रभु को अपने कंधे पर उठा नृत्य करते हैं और महाप्रभु मुरारी के जूठे जल को पीकर भक्त धर्मावत प्रथा को बढ़ाते है। प्रभु की आज्ञा पर राम भक्त मुरारी रात्रि में अपने घर श्री कृष्ण का कीर्तन करते है लेकिन उनको दर्शन राम जी के होते हैं। प्रातः काल मुरारी अपने को अपराधी मानकर महाप्रभु की शरण मे जाते हैं। महाप्रभु उसके मस्तिष्क पर राम भक्त लिख कर प्रसन्न होकर कहते हैं कि मैं तुम्हारी अनन्य निष्ठा की परीक्षा ले रहा था, जिसमें तुम सफल रहे। मानव को एक इष्ट की भक्ति करनी चाहिए।
श्री कृष्ण लीला
लीला के प्रारंभ में श्री राधा कृष्ण का प्रथम मिलन संकेत नामक स्थान पर उस समय होता है जब श्री कृष्ण बरसाना व श्री कृष्ण नंद गांव से खेलते हुए दोनों संकेत नाम के स्थान पर पहुंचते हैं और श्री कृष्ण के आग्रह पर श्री राधा एक दिन नंद गांव नंद भवन में होली खेलने के भाव से आती हैं। मां यशोदा श्री राधा को नया वस्त्र ओढा एवं मांगलिक वस्तुओं से उनकी गोद भर अपना मनोरथ बनाती हैं और अपने गांव बरसाना आने से पहले श्री कृष्ण को ग्वाल बाल सहित होली खेलने का न्योता देती हैं। फागुन मास में श्री कृष्ण अपने सखाओं के साथ होली खेलने जाते हैं। राधा जी की सखियां और श्री कृष्ण केशव के मध्य परस्पर विनोद आत्मक संवाद होता है। गोपियां कृष्ण के लाठियों सखाओं का स्वागत करती हैं। ग्वाल बाल ढालों पर स्वागत स्वीकार करते हैं। राधा माधव के मध्य परस्पर फूलों की होली से सभी दर्शक बड़े प्रसन्न होते हैं। अंत में राधा की सखियां कृष्ण को पकड़कर गोपी बना देती हैं। कुछ भक्त भी गोपी बन होली का आनंद लेते हैं और पूरे पंडाल पर फूलों की वर्षा कर भक्तों को होली का आनंद प्रदान किया जाता है। इसी के साथ नव दिवसीय रास उत्सव का समापन होता है।
लीला के प्रारंभ में श्री राधा कृष्ण का प्रथम मिलन संकेत नामक स्थान पर उस समय होता है जब श्री कृष्ण बरसाना व श्री कृष्ण नंद गांव से खेलते हुए दोनों संकेत नाम के स्थान पर पहुंचते हैं और श्री कृष्ण के आग्रह पर श्री राधा एक दिन नंद गांव नंद भवन में होली खेलने के भाव से आती हैं। मां यशोदा श्री राधा को नया वस्त्र ओढा एवं मांगलिक वस्तुओं से उनकी गोद भर अपना मनोरथ बनाती हैं और अपने गांव बरसाना आने से पहले श्री कृष्ण को ग्वाल बाल सहित होली खेलने का न्योता देती हैं। फागुन मास में श्री कृष्ण अपने सखाओं के साथ होली खेलने जाते हैं। राधा जी की सखियां और श्री कृष्ण केशव के मध्य परस्पर विनोद आत्मक संवाद होता है। गोपियां कृष्ण के लाठियों सखाओं का स्वागत करती हैं। ग्वाल बाल ढालों पर स्वागत स्वीकार करते हैं। राधा माधव के मध्य परस्पर फूलों की होली से सभी दर्शक बड़े प्रसन्न होते हैं। अंत में राधा की सखियां कृष्ण को पकड़कर गोपी बना देती हैं। कुछ भक्त भी गोपी बन होली का आनंद लेते हैं और पूरे पंडाल पर फूलों की वर्षा कर भक्तों को होली का आनंद प्रदान किया जाता है। इसी के साथ नव दिवसीय रास उत्सव का समापन होता है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर दिनेश अग्रवाल, रमा शंकर अग्रवाल, बब्बू भैया, वीरेन्द्र गोयल, बृज मोहन बंसल, राम कुमार खन्डेलवाल, नरेन्द्र पुसनानी, मनोज गर्ग, संजय गोयल, रन्जीत सामा, प्रवीन बन्सल,सुरेश अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, बबलू बन्सल, अज्जू भाइ, दिवाकर महाजन, मनोज मंगल,रिन्कू बन्सल, पंकज गर्ग, रमेश चन्द, निर्मला दीक्षित,हर्षा करीरा, सुनीता बंसल, कुसुम पांडे, सीमा गोयल, बबिता गोयल, उर्मिला अग्रवाल, अलका बन्सल आदि मौजूद रहे।
इस अवसर पर दिनेश अग्रवाल, रमा शंकर अग्रवाल, बब्बू भैया, वीरेन्द्र गोयल, बृज मोहन बंसल, राम कुमार खन्डेलवाल, नरेन्द्र पुसनानी, मनोज गर्ग, संजय गोयल, रन्जीत सामा, प्रवीन बन्सल,सुरेश अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, बबलू बन्सल, अज्जू भाइ, दिवाकर महाजन, मनोज मंगल,रिन्कू बन्सल, पंकज गर्ग, रमेश चन्द, निर्मला दीक्षित,हर्षा करीरा, सुनीता बंसल, कुसुम पांडे, सीमा गोयल, बबिता गोयल, उर्मिला अग्रवाल, अलका बन्सल आदि मौजूद रहे।