गौरतलब है कि टूंडला निवासी प्रीति उर्फ गुड़िया को प्रसव पीड़ा होने पर बीते दिन टूंडला में डॉ संध्या के हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहां उन्होंने सामान्य प्रसव कराने के लिए कहा। इसी दौरान तबीयत बिगड़ने पर आगरा रेफर कर दिया। एंबुलेंस चालक प्रीति को सहारा मेडिसिटी हॉस्पिटल, बल्केश्वर रोड पर छोड़ गया। यहां आॅपरेशन किया गया। प्रीती के बारे में परिजनों के पूछने पर बताया कि प्रीति की तबीयत बिगड़ गई है और वेंटीलेटर पर रख लिया है। इसे बड़े हॉस्पिटल में रेफर करना पडेगा, परिजनों ने देखा तो प्रीति की सांस थम चुकी थी।
परिजनों द्वारा हंगाम किया गया तो पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की थी। इस अस्पताल को सील कर दिया गया था। इस घटना में खुद सीएमओ डॉ.मुकेश वत्स ने पहुंचकर छानबीन की थी। हॉस्पिटल के बाहर लगे बोर्ड पर शहर के प्रतिष्ठित 20 डॉक्टरों ने नाम दर्ज थे। सभी को नोटिस भेजकर कार्रवाई की जा रही है।
सहारा मेडिसिटी हॉस्पिटल में लकी यादव और ज्योति यादव पार्टनरशिप करते हैं। जांच टीम का कहना है कि ये झोलाछाप हैं और हाल ही में हॉस्पिटल का नवीनीकरण पूर्व सीएमओ डॉ.अंकित शर्मा के नाम से कराया गया है। सीएमओ डॉ.मुकेश वत्स का कहना है कि मरीज की मौत के बाद डॉक्टर को भागना नहीं चाहिए। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग गंभीर है।