मनोज सिंह का कहना है कि कुछ दिन पहले विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली, अयोध्या, नागपुर में भाजपा की सरकार तीन राज्यों में लाने के लिए एक प्रपंच रचकर हिंदुओं छल रहे थे। रैलियों में मोहन भागवत और भैयाजी जोशी वो तो घोषणा कर रहे थे कि कोर्ट पर दबाव लाकर हम मंदिर बनाएंगे और हिंदुओं का मंदिर तो केवल भाजपा ही बनाएगी। इस प्रपंच के साथ हिंदुओं को विश्व हिंदू परिषद ने छला है। संघ के इशारे पर आज विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक जी कह रहे हैं कि कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में मंदिर बनाने का प्रस्ताव लेकर आए तो हम समर्थन करेंगे। क्या दिल्ली अयोध्या, नागपुर की रैलियों में मूंगफली बीच रहे थे। यह हिन्दुओं के साथ अब तक का बड़ा छलावा है। 84 में आडवाणी ने रथ यात्रा निकालकर अयोध्या में कार सेवा कर हज़ारों हिन्दुओं को मरवा दिया। आज उसी के बल पर सत्ता में बैठे हैं। अब संघ के भैयाजी जोशी कहते हैं 2025 में मंदिर बनेगा तो क्या अब तक हिन्दुओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हो। 2014 में भी कहते थे के पूर्ण बहुमत में सरकार आएगी तो हम संसद में कानून बनाएंगे।
मनोज सिंह ने कश्मीरी पंडितों की याद दिलाते हुए कहा कि भाजपा ने कहा था कि कश्मीर में धारा 370, 35ए हटाएंगे और कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में बसाएंगे। कश्मीरी पंडितों को तो कश्मीर में नहीं बसाया लेकिन, रोहिंग्या मुसलमानों को कश्मीर में ज़रूर बसा दिया। सेना का सम्मान तो नहीं किया उल्टे पत्थरबाजों और भूले भटके नौ जवानों को महबूबा मुफ़्ती के साथ मिलकर छुड़वा दिया। आतंकवादियों का सम्मान महबूबा के साथ मिलकर कश्मीर में ख़ूब हुआ। गौरक्षक गुंडे बनकर गौ हत्यारे को सब्सिडी मिलने लगी। स्किल इंडिया इंडिया शाइनिंग के नाम पर बेरोज़गार नौजवानों को रोज़गार देना था। लेकिन, सरकार पकौड़े की राजनीति कर रही है। मोदी जी की सरकार में 56 हज़ार किसानों ने आत्महत्या की, मोदी जी कहते थे हमारी सरकार आएगी तो कर्ज़ माफ़ करेंगे। स्वामीनाथन आयोग सीटों की पद्धति पर किसानों को डेढ़ गुना मूल्यवृद्धि देंगे। अब हद हो गई 10 प्रतिशत आरक्षण देकर इन्होंने हिंदुओं को भी छाला।
अगर आरक्षण ही देना था तो चार साल पहले देते। उसमें भी इन्होंने मुसलमानों ईसाइयों को आरक्षण दे दिया। जो काम कभी गौरी और गजनी ने किया, वही काम इन्होंने 10 प्रतिशत आरक्षण में मुसलमानों को मिलाकर किया है। आज इन्हीं की कैबिनेट के एक मिनिस्टर कहते हैं कि नौकरी कहां से लाओगे। आज भी सरकार 45 लाख नौकरियां दे सकती है लेकिन, उन्हें तो तीन तलाक़ के कानून बनाने से ही फ़ुर्सत नहीं है। अल्पसंख्यकों के विकास के लिए उन्होंने मुस्लिम लड़कियों के लिए भी पैसा दिया है, क्या हिन्दुओं की बहन बेटियां के लिए कोई सरकार की योजना नहीं है। सरकार ने जो मंदिर अधिग्रहण किए हैं उन के पैसे से हिन्दू गरीब लड़कियों की शिक्षा रोजगार और शादी में वह पैसा केवल हिंदुओं के विकास के लिए सरकार क्यों ख़र्च नहीं करती है। क्यों मुसलमान और इसाइयों को सब्सिडी देकर इस पैसे का दुरुपयोग कराती है। हिंदुओं के लिए भारत दोयम दर्जे का हो गया है। इसलिए डॉक्टर तोगड़िया के नेतृत्व में नौ फरवरी को दिल्ली में राजनीतिक दल का गठन हो रहा है, जिसमें हिन्दुओं का ही विकास और हिंदुओं की सरकार बनेगी।