यूपी में मिलेगा बड़ा लाभ
उत्तर प्रदेश में इस योजना से करीब 6 करोड़ परिवार लाभाविंत होंगे। एससी आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामशंकर कठेरिया ने इस योजना का शुभारम्भ करते हुये कहा, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन गरीब परिवारों को ये तोहफा दिया है, जो धन के अभाव में अभी तक दम तोड़ते थे। महंगे अस्पताल में इलाज कराना सिर्फ सपना होता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब पांच लाख रुपये का इलाज किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में फ्री में कराया जा सकेगा। इस योजना के तहत किसी से कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा।
उत्तर प्रदेश में इस योजना से करीब 6 करोड़ परिवार लाभाविंत होंगे। एससी आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामशंकर कठेरिया ने इस योजना का शुभारम्भ करते हुये कहा, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन गरीब परिवारों को ये तोहफा दिया है, जो धन के अभाव में अभी तक दम तोड़ते थे। महंगे अस्पताल में इलाज कराना सिर्फ सपना होता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब पांच लाख रुपये का इलाज किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में फ्री में कराया जा सकेगा। इस योजना के तहत किसी से कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा।
आरोग्य मित्रों की होगी अहम भूमिका
आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रवि पचौरी ने बताया कि इस योजना के तहत आरोग्य मित्रों की भी तैनाती की जायेगी, जो इस योजना का लाभ दिलाने में पूरी सहायता करेंगे। उन्होंने बताया कि नैशनल हेल्थ एजेंसी ने 14,000 आरोग्य मित्रों को अस्पतालों में तैनात किया गया है। इनके पास मरीजों की पहचान सत्यापित करने और उन्हें इलाज के दौरान मदद करने का काम होगा। लाभार्थियों के वेरिफिकेशन में इन आरोग्य मित्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, इसके अलावा किसी भी पूछताछ और समस्याओं के समाधान के लिए भी मरीज इन लोगों से संपर्क कर सकेंगे।
आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रवि पचौरी ने बताया कि इस योजना के तहत आरोग्य मित्रों की भी तैनाती की जायेगी, जो इस योजना का लाभ दिलाने में पूरी सहायता करेंगे। उन्होंने बताया कि नैशनल हेल्थ एजेंसी ने 14,000 आरोग्य मित्रों को अस्पतालों में तैनात किया गया है। इनके पास मरीजों की पहचान सत्यापित करने और उन्हें इलाज के दौरान मदद करने का काम होगा। लाभार्थियों के वेरिफिकेशन में इन आरोग्य मित्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, इसके अलावा किसी भी पूछताछ और समस्याओं के समाधान के लिए भी मरीज इन लोगों से संपर्क कर सकेंगे।
ये लोग होंगे पात्र
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि 2011 के सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना में गरीब के तौर पर चिह्नित किए गए सभी लोगों को इसके लिए पात्र माना गया है। बताया गया है कि ये शुरुआत है। इस योजना का ये प्रथम चरण शुरू हो चुका है, इसके बाद धीरे धीरे ये योजना वृहद्ध स्तर पर लागू होगी और बड़ी संख्या में लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि 2011 के सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना में गरीब के तौर पर चिह्नित किए गए सभी लोगों को इसके लिए पात्र माना गया है। बताया गया है कि ये शुरुआत है। इस योजना का ये प्रथम चरण शुरू हो चुका है, इसके बाद धीरे धीरे ये योजना वृहद्ध स्तर पर लागू होगी और बड़ी संख्या में लोगों को इसका लाभ मिलेगा।