आॅन लाइन सट्टाबाजार का मास्टर माइंड श्याम बोहरा बेशक पुलिस की गिरफ्त में है। लेकिन, उसके साथी अभी भी बाहर हैं और लगातार सट्टाबाजार में सक्रिय है। सूत्रों के मुताबिक आज करीब दस करोड़ रुपये का सट्टा आगरा से लगाया गया है। वहीं अन्य जिलों से भी लाखों रुपये का सट्टा लगाने की सूचनाएं हैं। सट्टा माफिया अब पांच हजार रुपये की रकम से सट्टा खिला रहे हैं। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर एक सट्टेबाज ने बताया कि अब बड़े शहरों के वजाए छोटे कस्बों और तहसीलों में सट्टा चलाया जा रहा है। यहां दो तरीके से इस खेल को खेला जा रहा है। मैच से पहले हार जीत पर पांच हजार रुपये एक मुश्त की रकम लगा दी जाती है। जो भी टीम मैच जीत जाती है तो उसके एवज में दस हजार रुपए की रकम हो जाती है। वहीं अब बॉल टू बॉल सट्टे में रिस्क हैं पुलिस इसे ट्रैक कर लेती है। इसलिए पॉवरप्ले के आधार पर सट्टे का खेल खेला जाता है। पहले दस ओवर के पॉवर प्ले में कितने रन बनते हैं। अब इस पर भी सट्टा लगाया जा रहा है। दस से चालीस ओवर के दूसरे पॉवर में कितने रन और कितने विकेट गिरते हैं। वहीं तीसरे और अंतिम पॉवर प्ले यानि 40 से 50 ओवर में स्कोर कितना बनता है। अब ये सट्टा माफियाओं की जद में हैं। फिलहाल भारत की टीम को सभी विजेता मानकर चल रहे हैं।
आगरा में थाना छत्ता पुलिस ने जब श्याम बोहरा को पकड़ा तब उसने 65 से अधिक सट्टेबाजों के नाम पुलिस को बताए थे। लेकिन, पुलिस ने किसी को भी पकड़ने की जहमत नहीं उठाई। पुलिस के इस ‘अभयदान’ के चलते सट्टाकिंग के साथ सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने स्थान बदलकर अपना धंधा चालू रखा है।