यह भी पढ़ें हिन्दी के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाकर संविधान की धारा 348 में संशोधन तत्काल किया जाए, देखें वीडियो तीन प्रांतों के अध्यक्ष घोषित उन्होंने बताया कि हिन्दी से न्याय के लिए उत्तर प्रदेश के प्रांत अध्यक्ष डॉ. देवी सिंह नरवार को नियुक्त किया है। एक कार्यकारी अध्यक्ष होगा। उत्तराखंड का अध्यक्ष धर्मेन्द्र डोडी को बनाया गया है। झुग्गीझोपड़ी निवासियों के लिए काम करने वाले गौतम रोहित को दिल्ली प्रदेश का अध्यक्ष बनाया गया है। जोधपुर में 25 हजार किसानों की सभा की है। किसानों ने कहा कि अंग्रेजी न पढ़ पाने के कारण बहुत समस्या हो रही है।
यह भी पढ़ें चन्द्रशेखर उपाध्याय का सवाल- RSS का बीज मंत्र हिन्दी-हिन्दू-हिन्दुस्तान, अब हिन्दी के लिए अगंभीर क्यों, देखें वीडियो दक्षिण भारत में संगठन का नाम दूसरा उन्होंने बताया कि भारत के दक्षिण राज्यों में भी जा रहे हैं। दक्षिण भारत में संगठन का नाम हिन्दी एवं अन्य भारती भाषाओं से न्याय होगा। हिन्दी से न्याय हमारा बीजमंत्र है। बाकी पूर्ण मंत्र है। जिन भारतीय भाषाओं की लिपि हमारे पास है, उनके लिए भी संगठन काम कर रहा है।
यह भी पढ़ें भारत का भविष्य: संघ का दृष्टिकोण समझाने बरेली पहुँचे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत वादकारी का मौलिक अधिकार चन्द्रशेखर उपाध्याय ने बताया कि हमारा कहना है कि भारत में 90 प्रतिशत वादकारी अपनी भाषा वाला है। वह संपत्ति बेचकर मुकदमा लड़ने आ रहा है। उसे यह जानने का मौलिक और विधिक अधिकार है कि न्यायालय में अधिवक्ता ने क्या कहा और न्यायाधीश ने क्या समझा तथा क्या निर्णय किया। ये अपनी भाषा में ही हो सकता है। हम आपसे ताज नहीं मांग रहे हैं। हम अंग्रेजी का विरोध नहीं कर रहे हैं। हम हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं की बात कर रहे हैं। हमारा कोई दुराग्रह नहीं है।