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आगरा

बाल दिवस 2018 पर इन बच्चों को मिला सबसे बड़ा उपहार, देखें वीडियो

मुस्कान सेंटर का हुआ शुभारम्भ, गरीबों के बच्चों को मिलेगी निशुल्क शिक्षा।

आगराNov 14, 2018 / 03:29 pm

धीरेंद्र यादव

Muskaan project

Muskaan project

आगरा। पूर्व प्रधानमंत्री और बच्चों के प्यारे चाचा नेहरू के जन्मदिवस के अवसर पर बाल दिवस मनाया जाता है। जवाहर लाल नेहरू के इस जन्मदिवस पर उन बच्चों को खास उपहार मिला, जिन्हें शायद बाल दिवस का अर्थ भी नहीं मालूम। ये बच्चे हैं गरीब श्रमिकों के। मुस्कान प्रोजेक्ट के तहत चाइल्ड लेबर फ्री जोन बनाने के लिए देवरी रोड स्थित नगला टेकचंद में इन बच्चों के लिए मुस्कान शिक्षा संस्थान खोला गया, तो इन बच्चों के चेहरे खिल उठे।
खिलखिलाए ये बच्चे
उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक शिक्षा संस्थान और एमवी फाउंडेशन के साथ, बाटा शूज, एस्ट्रो म्युलर ग्रुप, डाइसमन और स्टोप चाइल्ड लेबर द्वारा नगला टेकचंद देवरी रोड पर मुस्कान सेंटर की शुरुआत की गई है। सेंटर का उद्घाटन मुख्य अतिथि विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए वेंकेट रेड्डी ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं।
इसलिए पड़ी मुस्कान की जरूरत
एमवी फाउंडेशन के वेंकेट रेड्डी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट की थीम ‘एक कदम शिक्षा की ओर’ है। इस प्रोजेक्ट के तहत सर्वे में चिन्हित किए गए बच्चों को पढ़ाने के लिए इस क्षेत्र में 5 मुस्कान शिक्षा केंद्र का आज शुभारंभ हुआ है, जहां पर बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। बच्चों को किताबें, मिड डे मील सहित तमाम अन्य सुविधाएं भी सहयोगी संस्थाओं द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। यूपीजीएसएसएस के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने कहा कि यहां सर्वे कराया गया, जिसमें खुलासा हुआ कि यहां हर घर में जूते का काम होता है। इस काम में माता पिता के साथ उनके नाबालिग बेटे और बेटियां भी हाथ बंटाते हैं। इस वजह से मासूमों की पढ़ाई भी नहीं हो पा रही है, तो कई मासूमों ने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी।

माता पिता की कराई गई काउंसलिंग
इस प्रोजेक्ट के मैनेजर संजय शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक संस्थान की ओर से करीब 800 घरों का सर्वे किया गया, जिसमें यह सामने आया कि 6 साल से लेकर 18 साल तक के करीब ढाई सौ से ज्यादा ऐसे बच्चे हैं, जिनकी पढ़ाई बीच में छूट गई है या अभी तक उन्होंने स्कूल का मुंह भी नहीं देखा है। ऐसे सभी बच्चों को चिन्हित किया गया और उनके माता-पिता की काउंसलिंग की गई।
बच्चे देश का भविष्य
कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने इस प्रयास को सराहते हुए कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं, जब बच्चे शिक्षित होंगे, तो देश तरक्की करेगा। कार्यक्रम के दौरान बाटा इंडिया के एमएस हासमी, डाबर फुटवियर से राजीव मिश्रा, एस्ट्रो म्युलर ग्रुप से संजय मिश्रा, स्टोप चाइल्ड लेबर संस्था से जोसफ थॉमस, मोनिका आहूजा, अजीम खान, प्रवेन्द्र सारस्वत मौजूद रहे।
इनके द्वारा संभाली गईं व्यवस्थाएं
कार्यक्रम की व्यवस्थाएं पिंकी जैन, श्रीनिवास, चरण सिंह, हेमलता गोला, नरगिस, सुलेखा, साकिर, निर्मला, प्रतिमा, सीमा इन्दुलकर, कुसुम कौर आदि ने संभाली।

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