श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन योजना के तहत स्मार्ट गांवों का समूह विकसित किया जाएगा। मिशन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में कौशल और स्थानीय उद्यमिता तथा आर्थिक गतिविधियों को शुरु किया जाएगा। मिशन के जरिए वर्ष 2019-20 तक गांवों के 300 समूह का विकास किया जाएगा। समूहों में मैदानी और तटीय क्षेत्रों के 25000 से 50000 जनसंख्या तथा पहाड़ी, रेगिस्तानी और जनजाति क्षेत्रों के 5000 से 15000 जनसंख्या वाले ग्राम पंचायतों को शामिल किया जाएगा। ये योजना मुख्य तौर से ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी सुविधाओं का उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लागू की गई है।
योजनाके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी और बेरोजगारी को दूर करने के उद्देश्य से स्थानीय आर्थिक विकास को प्रोत्साहित किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा। गांव में लघु उद्योग का उदगम होगा। कौशल विकास प्रशिक्षण, कृषि प्रसंस्करण, कृषि सेवा, भंडारण और वेयर हाउसिंग, मोबाइल हेल्थ यूनिट, विद्यालय, स्वच्छ पानी की पूर्ति, स्ट्रीट लाइट, संपर्क मार्ग, डिजिटल साक्षरता, ई-ग्राम के अलावा सर्विसेज सेंटर स्थापित कर गांव को भी शहर जैसा बनाने की योजना है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासनिक भवन को एक स्थान दिया जाए ताकि गांवों में बहुमंजिला इमारतें स्थापित करने में आसानी हो। लिंक सड़कों को अंतिम वरीयता मिलेगी। पेयजल सुविधाओं के लिए आरओ या वाटर एटीएम लगाने की योजना है। बस स्टॉप का निर्माण होगा। क्लस्टर के गांवों में विद्युतीकरण का कार्य विद्युत विभाग की योजनाओं से कराया जा सकता है।
इस योजना के तहत प्रत्येक गांव को शहरों वाली सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य केंद्र आदि की सुविधा ग्रामीणों को दी जाएगी।
इसके अलावा वहां कौशल विकास की व्यवस्था की जाएगी। ये विकास कार्य के तहत होंगे। सीसी फर्श, नाली, तालाब पुनरोद्धार, सोलर लाइट,स्ट्रीट लाइट,पावर प्लांट, वाटर एटीएम आदि विकास कार्य होने जा रहे हैं।