फ्लाइंग बर्ड का मिला था तमगा
26 वर्षीय पैराजंपर हरदीप पैराजंपिंग की बारीकियों को बखूबी समझते थे। वे बेहद शांत और गंभीर स्वभाव के थे। अब तक वे 20 से अधिक जंप लगा चुके थे। इस कारण उन्हें फ्लाइंग बर्ड का तमगा भी मिल चुका था।
26 वर्षीय पैराजंपर हरदीप पैराजंपिंग की बारीकियों को बखूबी समझते थे। वे बेहद शांत और गंभीर स्वभाव के थे। अब तक वे 20 से अधिक जंप लगा चुके थे। इस कारण उन्हें फ्लाइंग बर्ड का तमगा भी मिल चुका था।
पैराशूट की रस्सियां उलझने के कारण हुई थी मौत
8 नवंबर यानी गुरुवार की दोपहर हरदीप अपने साथियों के साथ पैराट्रूपिंग के लिए ड्रोपिंग जोन पहुंचे थे। अभ्यास के दौरान उन्होंने करीब 11 हजार फुट की ऊंचाई से छलांग लगाई, लेकिन दुर्भाग्य से उनका पैराशूट थोड़ा सा खुला फिर उसकी रस्सियां उलझ गईं। इसके बाद उन्होंने अपना इमरजेंसी पैराशूट खोला, लेकिन वो भी नहीं खुला और वे ग्यारह हजार फुट की ऊंचाई से सीधे जमीन पर गिरे और खून से लथपथ हो गए। इस बीच उनके साथी आनन फानन में उन्हें लेकर अस्पताल गए लेकिन वहां उनको मृत घोषित कर दिया गया।
8 नवंबर यानी गुरुवार की दोपहर हरदीप अपने साथियों के साथ पैराट्रूपिंग के लिए ड्रोपिंग जोन पहुंचे थे। अभ्यास के दौरान उन्होंने करीब 11 हजार फुट की ऊंचाई से छलांग लगाई, लेकिन दुर्भाग्य से उनका पैराशूट थोड़ा सा खुला फिर उसकी रस्सियां उलझ गईं। इसके बाद उन्होंने अपना इमरजेंसी पैराशूट खोला, लेकिन वो भी नहीं खुला और वे ग्यारह हजार फुट की ऊंचाई से सीधे जमीन पर गिरे और खून से लथपथ हो गए। इस बीच उनके साथी आनन फानन में उन्हें लेकर अस्पताल गए लेकिन वहां उनको मृत घोषित कर दिया गया।