ये बोले गृहमंत्री
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने विश्वविद्यालय के बच्चों को संबोधित करते हुए उनकी हौसला अफजाई की। राजनाथ सिंह ने कहा कि दुनिया का कोई भी विद्वान मुझसे बहस कर ले, जितना ज्ञान विज्ञान भारत में है किसी अन्य देश में नहीं है। पश्चिमी भाषा की चकाचौंध में सब खोते जा रहे हैं। हमें किसी भाषा से नफरत नहीं है, पर अपनी भाषा पर गर्व होना चाहिए और मुझे गर्व से देश के प्रधानमंत्री पर जिन्होंने दुनिया भर के मंचों पर हिंदी में भाषण दिया है। जहां लोग अन्य देश मे हिंदी बोलने में झिझकते थे।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने विश्वविद्यालय के बच्चों को संबोधित करते हुए उनकी हौसला अफजाई की। राजनाथ सिंह ने कहा कि दुनिया का कोई भी विद्वान मुझसे बहस कर ले, जितना ज्ञान विज्ञान भारत में है किसी अन्य देश में नहीं है। पश्चिमी भाषा की चकाचौंध में सब खोते जा रहे हैं। हमें किसी भाषा से नफरत नहीं है, पर अपनी भाषा पर गर्व होना चाहिए और मुझे गर्व से देश के प्रधानमंत्री पर जिन्होंने दुनिया भर के मंचों पर हिंदी में भाषण दिया है। जहां लोग अन्य देश मे हिंदी बोलने में झिझकते थे।
ये बोले राज्यपाल
राज्यपाल रामनाईक ने दीक्षांत समारोह के दौरान छात्र छात्राओं को सफलता का मंत्र देते हुए कहा कि जीवन में चलते रहिए, जो रुक जाते हैं, उनका भाग्य भी रुक जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों के योगदान को सराहा। उन्होंने विश्वविद्यालय के बेहतर सुधार पर संतोष भी जाहिर किया। राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि सर्वाधिक पदक देने के मामले में डॉ. भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी प्रथम स्थान पर है, जिसमें 6 लाख से अधिक पदक व डिग्रियां प्रदान की गई हैं। दूसरे स्थान पर कानपुर विश्वविद्यालय है।
राज्यपाल रामनाईक ने दीक्षांत समारोह के दौरान छात्र छात्राओं को सफलता का मंत्र देते हुए कहा कि जीवन में चलते रहिए, जो रुक जाते हैं, उनका भाग्य भी रुक जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों के योगदान को सराहा। उन्होंने विश्वविद्यालय के बेहतर सुधार पर संतोष भी जाहिर किया। राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि सर्वाधिक पदक देने के मामले में डॉ. भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी प्रथम स्थान पर है, जिसमें 6 लाख से अधिक पदक व डिग्रियां प्रदान की गई हैं। दूसरे स्थान पर कानपुर विश्वविद्यालय है।
इन्हें मिले पदक
समारोह में छात्र-छात्राओं को डी-लिट की चार, पीएचडी की 111, एमफिल की 93 उपाधि प्रदान की गईं। 125 छात्र-छात्राओं को पदक दिए गए, इसके साथ ही चार चल वैजयंती ट्राफियां प्रदान की गईं। सर्वाधिक पदक रामा मेडिकल कॉलेज की अवर्णा अग्रवाल को मिले। उनको 13 स्वर्ण, एक रजत पदक मिला।
समारोह में छात्र-छात्राओं को डी-लिट की चार, पीएचडी की 111, एमफिल की 93 उपाधि प्रदान की गईं। 125 छात्र-छात्राओं को पदक दिए गए, इसके साथ ही चार चल वैजयंती ट्राफियां प्रदान की गईं। सर्वाधिक पदक रामा मेडिकल कॉलेज की अवर्णा अग्रवाल को मिले। उनको 13 स्वर्ण, एक रजत पदक मिला।
उपाधि महिला पुरुष कुल
डीलिट 00 04 04
पीएचडी 61 50 111
एमफिल 68 26 94
परास्नातक 25,754 22085 47,839
स्नातक 2,70,188 3,03,398 5,73,586
कुल 2,96,071 3,25,563 6,21,634
पदक महिला पुरुष कुल
स्वर्ण 90 16 106
रजत 16 03 19
कुल योग 106 19 125
डीलिट 00 04 04
पीएचडी 61 50 111
एमफिल 68 26 94
परास्नातक 25,754 22085 47,839
स्नातक 2,70,188 3,03,398 5,73,586
कुल 2,96,071 3,25,563 6,21,634
पदक महिला पुरुष कुल
स्वर्ण 90 16 106
रजत 16 03 19
कुल योग 106 19 125