मामला एत्मादपुर तहसील के गांव जगनपुर का है। ये गांव एत्मादपुर तहसील के अंतिम गांव में आता है। यहां के लोगों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया है। विकासखंड एतमादपुर के ग्राम जहानपुर में दो सौ मतदाता रहते है। इस गांव पानी निकासी के लिए नाली, पानी, सड़क, शौचालय, पेंशन, स्वास्थ्य की मुख्य समस्या हैं। जगनपुर के वाशिंदे एटा जिले के कस्बा सकरौली उच्चस्तरीय शिक्षा, बाजार, चिकित्सा सुविधा के लिए जाते है। गांव साथ साथ सकरौली जाने वाला संपर्क मार्ग भी बदहाल है। बरसात के दिनों में स्कूली छात्र स्कूल नहीं जा पाते है।
ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधि गांव की ओर नहीं झांकते। ग्रामीण पिछले दस वर्ष लगातार सांसद से सकरौली जाने वाले संपर्क मार्ग को बनवाने और गांव के विकास की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। विकास कार्य ना होने से ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में मतदान करने बहिष्कार किया। वाहिष्कार करने वाले राकेश पाल सिंह, सुरेश पाल, कैलाश ठाकुर, प्रबल प्रताप सिंह राम प्रताप सिंह, राजीव प्रताप, हरपाल सिंह, अमरपाल, वीरेंद्र सिंह, अनिल प्रताप आदि शामिल थे। ग्रामीणों ने दीवारों पर इसका ऐलान लिख दिया है।