scriptऐसा क्या हुआ जो पुलिस के साये में निकालना पड़ी बारात | What happened to the police brigade | Patrika News

ऐसा क्या हुआ जो पुलिस के साये में निकालना पड़ी बारात

locationअगार मालवाPublished: Feb 23, 2019 12:21:43 am

Submitted by:

Lalit Saxena

कोतवाली थाना की पिपलोन चौकी के अंतर्गत ग्राम फतेहगढ़ में शुक्रवार को पुलिसबल की मौजूदगी में दलित परिवार के बेटे एवं बेटी की बनोरी निकाली गई।

patrika

कोतवाली थाना की पिपलोन चौकी के अंतर्गत ग्राम फतेहगढ़ में शुक्रवार को पुलिसबल की मौजूदगी में दलित परिवार के बेटे एवं बेटी की बनोरी निकाली गई।

आगर-मालवा. कोतवाली थाना की पिपलोन चौकी के अंतर्गत ग्राम फतेहगढ़ में शुक्रवार को पुलिसबल की मौजूदगी में दलित परिवार के बेटे एवं बेटी की बनोरी निकाली गई। गांव में प्रभावशाली लोगों के खौफ की वजह से भयभीत दलित परिवार ने एसपी मनोजकुमार श्रीवास्तव को आवेदन देकर सुरक्षा की मांग की थी, जिस पर एसपी ने संबंधित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई और पुलिस की मौजूदगी में बनोरी निकाली गई।
ग्राम फतेहगढ़ निवासी अजा वर्ग के केशरलाल अजमेरिया के पुत्र रमेश एवं पुत्री पूजा का विवाह शुक्रवार को सम्पन्न होना था। पुत्र रमेश की बारात उज्जैन के लिए रवाना होनी थी और पुत्री पूजा के लिए बारात आगर से जाने वाली थी। इस पूर्व निर्धारित वैवाहिक आयोजन के संबंध में जब केशरलाल को कुछ दिन पूर्व सूचना मिली कि यदि उसने अपने पुत्र-पुत्री की बनोरी घोड़ी पर सवार कर निकाली तो गांव में विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है। इस पर केशरलाल एवं अन्य समाजजनों ने एक आवेदन एसपी के समक्ष प्रस्तुत कर सुरक्षा की मांग की थी। एसपी के निर्देश पर शुक्रवार को संबंधित परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराई गई और एसडीओपी एसआर पाटीदार, डीएसपी प्रियंका करचाम, कोतवाली थाना प्रभारी अजीत तिवारी, चौकी प्रभारी मय पुलिसबल निर्धारित समय पर गांव पहुंच गया। पुलिसबल की मौजूदगी में रमेश एवं पूजा को घोड़ी पर सवार कर बनोरी निकाली गई। पूरे गांव में ढोल-ढमाको के साथ जुलूस निकला। दूल्हा-दुल्हन के पीछे रिश्तेदार व परिजन चल रहे थे। सुरक्षा के रूप में पुलिसबल भी चल रहा था। रात्रि में यहां आगर से आई बारात का भी स्वागत किया गया और दूल्हे का जुलूस घोड़ी पर निकाला गया।
पहली बार निकली घोड़ी पर बनोरी
ग्राम फतेहगढ़ में यह पहला वैवाहिक आयोजन है जब किसी दलित परिवार के बेटे-बेटियों की बनोरी घोड़ी पर निकली हो। इससे पहले कभी भी इस प्रकार का आयोजन इस गांव में नहीं हुआ था। पहला आयोजन होने के कारण विवाद की आशंका को देखते हुए ही परिजनों ने पुलिस से मदद मांगी गई थी।
ग्राम फतेहगढ़ निवासी केशरलाल ने अपने पुत्र-पुत्री के विवाह में घोड़ी से बनोरी निकाले जाने के संबंध में एक आवेदन देकर सुरक्षा की मांग की गई थी। गांव में किसी भी तरह की विवाद की स्थिति नहीं है। एहतियातन पुलिस बल की मौजूदगी में आयोजन हुआ है।
अजीत तिवारी, कोतवाली थाना प्रभारी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो