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समस्याओं को लेकर युवा सोशल मीडिया पर चला रहे अभियान, कर रहे यह मांग

locationअगार मालवाPublished: Nov 18, 2018 12:52:19 am

Submitted by:

Lalit Saxena

स्वास्थ्य व बिजली सेवाएं दुरुस्त करने, तहसील का दर्जा और बायपास की मांग के मुद्दे छाए

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कानड़ (संदीप जैन) जिला मुख्यालय से महज 18 किमी दूर स्थित कानड़ नगर में आज भी विकास की दरकार है। समस्याओं को लेकर युवाओं ने सोशल मीडिया पर एक अभियान चलाकर तहसील की मांग की जा रही है। वहीं नगर में लचर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी निरंतर नगरवासियों द्वारा सुधार की मांग रखी जा रही है लेकिन समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। नगर के मध्य से निकले शाजापुर-नलखेड़ा मार्ग से आए दिन छोटे-मोटे हादसे होते रहते हैं। नगरवासियों द्वारा इस संबंध में भी बायपास की मांग रखी गई थी लेकिन जवाबदारों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया। करोड़ों की लागत से उप मंडी तो बना दी गई लेकिन यहां व्यापार न के बराबर ही होता है। इस मंड़ी में व्यापार को बढ़ावा दिया जाए।
नगर की विभिन्न समस्याओ को लेकर अभी नगर मे चुनावी माहौल के दौरान नगर के युवाओं ने सोशल मीडिया फेसबुक पर अपना कानड़ नाम से एक पेज बना रखा है । इसमें नगरवासी नगर की समस्या के संबंध मे अपनी राय दे रहे है। नगरवासियों का कहना है कि हमारा विधायक ऐसा हो जो हमारी नगर कि जरूरतों को समझे।
बिजली सुधार की रखी जा रही है मांग : नगर की सबसे बड़ी समस्या बिजली कि भी सामने आ रही है। यहां आए दिन बिजली फाल्ट होने व तार टूटने के नाम पर बिजली घंटों बंद रहती है। इसका सीधा असर व्यापार पर भी पड़ता है। नगर मे वोल्टेज की भी समस्या लंबे समय से है। आगर से कानड़ 33 केवी लाइन जो वर्षों पुरानी है। जिसमे वर्तमान मे कानड़ सहित पालड़ा, पचेटी, चादनगांव व पचलाना ग्रिड भी जोड़ दिए है जिसके कारण फाल्ट होता रहता है।
मिले तहसील का दर्जा
युवाओं के पेज पर मुख्य रूप से कानड़ को तहसील बनाए जाने की मांग करते हुए कहा जा रहा है। देश की स्वतंत्रता के बाद जिस गति से नगर की जनसंख्या एवं आवश्यकताएं बड़ी हैं, उस दृष्टि से नगर शासकिय योजनाओ के लाभ, विकास संसाधनों के लाभ से पूर्ण रूप से वंचित एवं उपेक्षित है। नगर मे मौजूद पुलिस थाना, उपतहसील, नगर परिषद, पोस्ट आफिस एवं शैक्षेणिक संस्थाएं स्टेट काल में थे। वहीं कार्यालय व संस्थाएं आज भी मौजूद है। वैसे भी राजस्व विभाग की आगर तहसील में दो राजस्व वृत्त पूर्व से ही कार्यरत है। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने अपनी सुविधानुसार राजस्व वृत्त क्रमांक 2 कानड़ को भी दो भागों में बाट रखा है। वृत्त 2 का आधा भाग कानड़ मे तथा आधा भाग आगर में कानड़ वृत्त के नाम से क्रियाशील है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बने सामुदायिक केंद्र
स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी नगरवासी अपनी मांग बुलंद करते हुए नजर आ रहे हैं। यहां स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तब्दील किए जाने की मांग की जा रही है। वर्तमान में यहां सिर्फ एक डॉक्टर पदस्थ है। इसके कारण यह महज एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बना हुआ है। प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र की ओपीडी में नगर सहित 100 से अधिक गांवों के 200 से अधिक लोग अपना उपचार कराने प्रतिदिन आते हंै। यहां आने वाले मरिजों के लिए बेड की भी व्यवस्था नहीं है।
परिवहन व्यवस्था में हो सुधार
नगरवासियों द्वारा परिवहन व्यवस्था को लेकर भी अपनी मांग उठाई जा रही है। कानड़ नगर के आसपास 8 4 गांव है ओर यहां रोजाना ग्रामीण क्षेत्र से ग्रामीण उज्जैन इंदौर आना जाना करते है लेकिन नगर से इंदौर के लिए आज तक सीधी बस सुविधा नही है। सीधी बस सुविधा नही होने से यात्रियो को इंदौर जाने के लिए पहले या तो आगर जाना पड़ता हैया फिर शाजापुर उसके बाद अपने गंतव्य तक जाने के लिए बस मिलती है।
हादसों का सबब बन रहा है मार्ग
कुछ माह पूर्व करोड़ो की लागत से निर्मित हुए शाजापुर-नलखेड़ा मार्गके निर्माण के समय नगरवासियों ने बायपास की मांग की थी लेकिन इस मांग पर जवाबदारो ने कोई ध्यान नही दिया। नतिजतन यह सड़क परम्परागत पुराने मार्ग से ही निकली। शहर के बीचोंबीच होने के कारण आए दिन जाम की स्थिति तो रहती ही है।
नगर के व्यापार को गति देने के लिए नगर में विकास की बहुत आवश्यकता है। इसका मुख्य केन्द्र बिन्दु कृषि उपज मंडी एवं विद्युत व्यवस्था होती है। स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार होना चाहिए यहां महिला चिकित्सक को पदस्थ किया जाए।
बाबूलाल सोनी, व्यवसायी
नगर की सबसे अहम मांग है कि कानड़ से सीधे इंदौर के लिए बस चालू हो। इससे आम आदमी, मरीज, बुजुर्ग आदि को इंदौर जाने में सहूलियत हो और टुकड़ों का सफर से बचा जा सके। कानड़ को तहसील का दर्जा मिलना चाहिए।
चेतनभाउ शिंदे
कानड़ को तहसील बनाना चाहिए जिससे आस-पास के ग्रामीणों को किसानो के छोटे-छोटे काम के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही लोगों का समय और धन दोनों की बचत हेागी। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
रामस्वरूप पाटीदार, बटावदा
नगर में मूलभूत विकास की आवश्यकता है। परिवहन के पर्याप्त साधन नहीं होने से नगर के व्यापारियों को इंदौर जाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कानड़ को तहसील का दर्जा दिया जाए।
संतोष जैन, अध्यक्ष कपड़ा व्यापारी संघ
शहर के बीच मेें से जो सड़क निकली है उसके कारण हमारे बच्चो का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है । इतनी बड़ी सड़क को शहर के बाहर से ही निकालना था यहां पल-पल तेज गति के साथ वाहन निकलते हैं।
रब्बा बाई
घर के सामने से नलखेड़ा रोड़ निकला है। पहले सिंगल रोड था तब ट्राफिक कम था, लेकिन अब हाइवे बनने से इस पर ट्राफिक बहुत है पल-पल हादसों का अंदेशा बना रहता है। बायपास का निर्माण होना चाहिए।
अरविंद बिजापारी

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