अगार मालवाPublished: Sep 07, 2018 12:54:41 am
Lalit Saxena
भारत बंद के किए गए आह्वान का शहर में व्यापक असर दिखा।
भारत बंद के किए गए आह्वान का शहर में व्यापक असर दिखा।
आगर मालवा. एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में सवर्ण समाज, ओबीसी और सपाक्स द्वारा गुरुवार को भारत बंद के किए गए आह्वान का शहर में व्यापक असर दिखा। सुबह से ही शहर की दुकानें बंद रही। शहर पूर्णत: शांतिपूर्वक मुक्कमल बंद रहा। विभिन्न सामाजिक संगठानों के लोग सुबह से ही टोली के रूप में दुकाने बंद करवाने के लिए निकल पड़े। दुकानदारों ने स्वेच्छा से ही दुकानें बंद रखी। एहतियातन भारी पुलिस बल तैनात था।
सपाक्स के आह्वान पर शहर के विभिन्न सामाजिक तथा व्यापारिक संगठनों ने एट्रोसिटी एक्ट का विरोध करते हुए बंद को समर्थन दिया। सुबह 8 बजे से ही टोलियां बंद कराने के लिए निकल पड़ी। हालांकि अधिकांश दुकानें बंद थीं, लेकिन जो खुली मिलीं उन्हें अनुरोध कर बंद करवाया। बंद का असर दोपहर 1 बजे तक रहा। उसके बाद धीरे-धीरे दुकानें खुलने लग गईं। राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन संयुक्त कलेक्टर अवधेश शर्मा को सौंपा।
इसमें बताया सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एट्रोसिटी एक्ट के संबंध में जो निर्णय दिया गया था। उसके विरुद्ध भारत सरकार ने सत्ता के लालच में 20 मार्च को अध्यादेश लाकर भारत की 78 प्रतिशत जनता के साथ अन्याय किया है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अपमान किया है। ज्ञापन में हम इस एक्ट को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग करते हैं। साथ ही आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू करने की मांग करते हैं। सपाक्स संभागीय सहसंयोजक राजेश देसाई, जिलाध्यक्ष एलएन शर्मा सरोज, परशुराम सेना प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष संजय शर्मा, सपाक्स युवा इकाई जिलाध्यक्ष लोकेंद्र सिंह, संयोजक आदर्श जैन, लालसिंह राजपूत, परशुराम सेना जिलाध्यक्ष रामचंद्र शर्मा, ललित राठौर, हुसैन सैफी, सुरेंद्र शास्त्री, नितिन अग्रवाल, प्रमोद गर्ग, डॉ. रूपेश भावसार आदि मौजूद थे।
व्यापारियों ने किया समर्थन
सराफा, कपड़ा, किराना, इलेक्ट्रॉनिक, अनाज, बर्तन, हार्डवेयर, मेडिकल एसोसिएशन, स्टेशनरी, रेडीमेट आदि व्यापारी संगठनों से जुड़े देवीलाल सोनी, बृजेश मूंदड़ा, राजकुमार सोलंकी, कैलाश राठोर, पंकज गर्ग, महेंद्र माहेश्वरी, कैलाश गिलड़ा, नरेंद्र मालानी, राजेश मेठी, हनुमानदास गुप्ता, सहदेव माली, मूर्तिपूजक श्रीसंघ अध्यक्ष सुरेंद्रकुमार मारू, मंडी व्यापारी ओम गर्ग, विजय रामसिंहा सहित ने बंद का समर्थन किया। सपाक्स से जुड़े सरकारी कर्मचारियों ने एक्ट के विरोध में काले कपड़े पहनकर विरोध किया।
अशासकीय स्कूल रहे बंद
सभी अशासकीय स्कूल बंद रहे। कृषि उपज मंडी में भी व्यापारियों ने कामकाज नहीं किया और न ही किसान उपज लेकर मंडी पहुंचे। पेट्रोल पंप भी दोपहर 3 बजे तक बंद रहे।
विधायक के घर पर हुई नारेबाजी
बंद कराने के लिए शहर में घूम रही युवाओं की बड़ौद रोड स्थित विधायक गोपाल परमार के आवास के सामने नारेबाजी करने लगे। स्थिति को तत्काल पुलिसकर्मियों ने नियंत्रित कर लिया।
अधिकारी रहे चौकस
कलेक्टर अजय गुप्ता तथा एसपी मनोज कुमारसिंह पूरे जिले में निगरानी करते रहे। दोनों जिला मुख्यालय सहित जिले के अन्य शहरों में भी भ्रमण पर निकले। मुख्यालय पर एएसपी प्रदीप पटेल, एसडीओपी एसआर पाटीदार, कोतवाली थाना प्रभारी अजीत तिवारी पूरे समय तैनात रहे। एसडीएम महेंद्रसिंह कोवचे भी पहुंचे।
आगर, नलखेड़ा, सुसनेर, सोयत सहित जिले में बंद पूर्णत: शांतिपूर्वक रहा है। किसी प्रकार की कोई भी घटना नहीं हुई है। 90 प्रतिशत बंद का असर दिखाई दिया है
मनोजकुमार सिंह, एसपी आगर