डे-जीरो यानी 10 लाख से ज्यादा घरों को नहीं मिलेगा पानी शहर के 75 फीसदी घरों की पानी की सप्लाई कट सकती है। इससे करीब 10 लाख से अधिक घरों को पानी नहीं मिल पाएगा। डे-जीरो का अर्थ है कि शहर के 75 फीसदी घरों की पानी की सप्लाई काट दी जाएगी। इसका असर यह पड़ेगा कि 10 लाख से अधिक घरों को पानी नहीं मिल पाएगा। पानी की किल्लत से निबटने के लिए इस दौरान पूरे शहर में करीब 200 वॉटर कलेक्शन प्वाइंट बनाए जाएंगे, जहां से लोगों को हर दिन 25 लीटर पानी मिलेगा। अधिकारियों का कहना है कि हर कलेक्शन सेंटर पर पुलिस और सेना के लोग रहेंगे।
इससे पहले भी पानी की लिमिट की गई है कम
इससे पहले फरवरी महीने में हर रोज पानी के पर्सनल इस्तेमाल की लिमिट 87 से 50 लीटर कर दी गई थी। इसके अलावा पानी बचाने के लिए अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि वो टॉयलेट में फ्लश करने के लिए टंकी का इस्तेमाल न करें और कम से कम पानी बहाएं। अधिकारियों ने लोगों को यह भी सलाह दी है कि सप्ताह में दो बार से अधिक न नहाएं। हॉस्पिटल में पानी की सप्लाई बंद नहीं की जाएगी। इसके अलावा स्कूल में भी पानी की सप्लाई बंद नहीं होगी।
इससे पहले फरवरी महीने में हर रोज पानी के पर्सनल इस्तेमाल की लिमिट 87 से 50 लीटर कर दी गई थी। इसके अलावा पानी बचाने के लिए अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि वो टॉयलेट में फ्लश करने के लिए टंकी का इस्तेमाल न करें और कम से कम पानी बहाएं। अधिकारियों ने लोगों को यह भी सलाह दी है कि सप्ताह में दो बार से अधिक न नहाएं। हॉस्पिटल में पानी की सप्लाई बंद नहीं की जाएगी। इसके अलावा स्कूल में भी पानी की सप्लाई बंद नहीं होगी।
शहर में भारी किल्लत
1977 के बाद से केपटाउन इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने हर साल औसतन 508 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की है, लेकिन पिछले तीन साल में ये आंकड़ा सिर्फ 153 मिमी, 221 मिमी और 327 मिमी रह गया है. लगातार तीन साल सर्दियों की बारिश कम होने का यह पहला वाकया है।
1977 के बाद से केपटाउन इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने हर साल औसतन 508 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की है, लेकिन पिछले तीन साल में ये आंकड़ा सिर्फ 153 मिमी, 221 मिमी और 327 मिमी रह गया है. लगातार तीन साल सर्दियों की बारिश कम होने का यह पहला वाकया है।