दरअसल साल 2011 में केन्या सरकार ने सोमालिया में अपने सैनिक भेजे थे। तभी से केन्याई सैनिक अल-शबाब आतंकवादियों के निशाने पर हैं। इससे पहले भी ये आतंकवादी इस तरीके के कई हमले कर चुके हैं। आतंकियों ने पिछले साल लामू काउंटी में कई लोगों पर हमला किया था। केन्या के सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि केन्या-सोमालिया सीमा पर आतंकी सैनिकों को ज्यादा निशाना बनाते रहे हैं।
2017 में भी 5 सैनिकों की हुई थी मौत
इससे पहले साल 2017 में दक्षिणपश्चिमी सोमालिया में सड़क किनारे रखे बम में विस्फोट से पांच सैनिकों की मौत हो गई थी जबकि एक घायल हो गया था। सरकार ने बताया था कि सुरक्षाबलों और अल शबाब के आतंकवादियों के बीच भारी संघर्ष हुआ जिसमें कई सुरक्षाबलों की मौत हो गई। उस वक्त इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन अल शबाब ने ली थी।