सवाल ये है कि पुलिस वालों को महिलाएं इस तरह क्यों मार रही थीं और भीड़ उन्हें क्यों उसका रही थी। मामला कुछ यूं था कि विंढमगंज क्षेत्र की एक लड़की घर से गायब थी। प्रेम प्रसंग में शायद वह अपने प्रेमी के साथ कहीं चली गयी थी। शिकायत के बाद पुलिस ने उसको बरामद किया और मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान कराया। लड़की को परिजनों से डर था सो उसने घर जाने से मना कर दिया और रॉबर्टसगंज के नारी निकेतन में जाने की इच्छा जतायी। पुलिस उसे नारी निकेतन में छोड़कर वापस दुद्धी कस्बा पहुंची।
वहां लड़की के परिजनों और ग्रामीणों ने भीड़ की शक्ल में पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। भीड़ में शामिल महिलाएं पुलिसकर्मियों को पीटते हुए दुद्धी थाने ले जाने लगीं। महिलाएं सड़क पर पुलिस वालों को पीटते और गाली देते हुए जुलूस की शक्ल में ले जा रही थी। कुछ लोग लगातार उन्हें मारो-मारो कहकर उकसा रहे थे। लगातार गंदी-गंदी गालियां दी जा रही थीं। आखिरकार जब मामला हद से आगे चला गया और भीड़ ज्यादा उग्र होने लगी तो पुलिस ने सख्ती करते हुए लाठियां पटकीं और भीड़ को तितर बितर किया। कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया।
जिस लडकी को पुलिस द्वारा नारी निकेतन पहुंचाए जाने पर उसके परिजनों ने इतना हंगामा और बवाल काटा, उसका दावा है कि वह बालिग है और 19 साल की हो चुकी है। उसने अपनी मर्जी से शादी की है। उसे अपने माता-पिता से खतरा है। उसने खुद यह बात कही है कि महिला पुलिस द्वारा उसका मेडिकल कराया गया, जिसके बाद वह अपनी मर्जी से नारी निकेतन आयी है। उसने कहा है कि पुलिस ने न उसके साथ कोई जोर जबरदस्ती की है और न ही उसे परेशान किया जा रहा है।
उधर इस मामले में एसपी सलमान ताज पाटिल ने बताया कि लड़की को परिजनो की तहरीर के बाद बरामद कर उसका मेडिकल और बयान कराया गया। चूंकि लड़की बालिग थी और वह अपने घर नहीं जाना चाहती थी इसलिये उसकी मर्जी से पुलिस ने उसे नारी निकेतन में भेजा। उन्होंने बताया कि घरवाले लड़की को कब्जे में लेना चाहते थे। जब उन्हें लड़की नहीं मिलीतो उन्होंने अफवह फैलाई कि दरोगा ने लड़की के साथ अभद्रता की और उसे किसी को बेच दिया है। इसके बाद परिजनों ने ग्रामीणों को साथ लेकर पुलिस पर हमला बोलदिया। उन्होंने बताया कि कुछ देर के लिये माहौल बिगड़ गया था, लेकिन पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित कर कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई कर रही है।(
By Santosh