भाजपा प्रदेश मीडिया कार्यालय पर पुरी ने प्रेस वार्ता में कहा कि सीएम के इल्जाम झूठे हैं। दाम बढ़ने की वजह से केंद्र सरकार नहीं, बल्कि राज्य सरकार की ओर से लगाया जा रहा है वैट है।उन्होंने पंजाब सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया और कहा कि हम उन्हें एथेनॉल दे रहे हैं और वे इसकी शराब बना रहे हैं। उन्होंने राहुल और प्रियंका गांधी को बंटी बबली बताया।
उन्होंने कहा कि कच्चा तेल हम इंपोर्ट करते हैं और रिफाइनरी में रिफाइंड करके सप्लाई किया जाता है। इस पर केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकार वैट लगाती है या सेल्स टैक्स लगाती है। राजस्थान सरकार ने 2021 से 22 और 22 से 23 के वित्तीय वर्ष में पेट्रोल—डीजल पर वैट से 35 हजार 975 करोड़ टैक्स कलेक्ट किया है जो देश के 18 राज्यों द्वारा वसूले गए 32 हज़ार करोड़ रुपए के टैक्स से भी ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों के मुकाबले राजस्थान में पेट्रोल—डीजल 10 से 11 रुपए प्रति लीटर महंगा है। क्योंकि यहां पेट्रोल पर 31.04% और डीजल पर 19.3 प्रतिशत वैट है जो बहुत ज्यादा है।पेट्रोल—डीजल पर केंद्र सरकार ने दो बार टैक्स कम किए हैं। इसके बावजूद राजस्थान में झूठ फैलाया जा रहा है।
पुरी ने राहुल और प्रियंका गांधी पर भी हमला बोला। उन्होंने दोनों को बंटी और बबली बताते हुए कहा कि दोनों को यह भी नहीं पता कि पेट्रोल—डीजल पर वेट नहीं लगता। कांग्रेस के पास रिसर्च की कोई टीम नहीं है। ये नींद में उठकर बयान देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में पेट्रोल—डीजल को जीएसटी दायरे में लाने की की बात आई तो किसी ने इसका समर्थन नहीं किया।
पुरी ने कहा कि 2004 और 2014 में जब इनकी सरकार थी, तब क्रूड आॅयल के दाम बहुत ज्यादा बढ़ गए थे। तब सरकार नहीं चाहती थी कि जनता पर बोझ डाला जाए। इसलिए इन्होंने 1 लाख 41 हजार करोड़ रुपए के ऑयल बॉन्ड्स सर्कुलेट। इन बॉन्ड्स की वजह से हमें आज 3 लाख करोड रुपए से ज्यादा का भुगतान करना पड़ा है।