रतलाम।
औद्योगिक थाना क्षेत्र में कटारिया प्लास्टिक फैक्ट्री में 12 दिन पहले कार्य के दौरान शरीर पर साढे तीन भार की कोयल का बंडल गिरने से घायल मजदूर की इलाज में लापरवाही और फैक्ट्री प्रशासन की अनदेखी के चलते बड़ौदा अस्पताल में मंगलवार को मौत हो गई। मजदूर यूनियन और परिजनों हादसे की जिम्मेदार कंपनी से मुआवजे की मांग करते हुए फैक्ट्री के बाहर खड़े होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिसके बाद फैक्ट्री प्रशासन ने मामले में बातचीत के बाद मृतक के परिजनों को तीन लाख बीस हजार रुपए मुआवजा राशि और परिवार के एक सदस्य को नौकरी पर रखने का आश्वासन देकर मामले को शांत किया है।
शिव नगर निवासी सुभाष पिता नानूराम मालवीय ने बताया कि उसके पिता नानूराम (45) पिता हरिराम मालवीय पिछले दो साल से ठेकेदारी में कटारिया प्लास्टिक फैक्ट्री में मजदूरी कर रहे थे। गत 20 जुलाई को साढ़े तीन सौ किलो वजनी तार की कोयल को उठाते समय कोयल उनकी छाती पर गिरी। जिससे बचने के लिए पीछे हटे तो मशीन से टकराए थे। फैक्ट्री से रात करीब नो बजे उन्हें जिला अस्पताल में उपचार के लिए लेकर गए और गोली-दवा देकर घर पर छोड़ दिया। पिता की उस दिन के बाद से ही तबीयत बिगड़ी। उन्हें बड़ौदा अस्पताल लेकर गए तो उनकी आंत फटना बताया था। जिसका ऑपरेशन हुआ था। लेकिन उसके बाद भी उनकी जिदंगी नहीं बच पाई। पिता के घायल होने के बाद फैक्ट्री से न कोई ठेकेदार आया और न कोई इलाज के लिए राशि दी गई। उनके इलाज में फैक्ट्री वालों की देरी की वजह और गुमराह करने के कारण पिता की मौत हुई है। मृतक की तीन बच्चों में सबसे बड़ा बेटा सुभाष, छोटा राकेश और सबसे छोटी बेटी टीना है।
फैक्ट्री प्रशासन ने की मंजूद सवा तीन लाख मुआवजा राशि
भारतीय मजदूर संघ के नेता मधु पटेल ने बताया फैक्ट्री में काम करने के दौरान चोटिल होने के बाद ही मजदूर नानूराम मालवीय की मौत हुई है। फैक्ट्री प्रबंधन ने 3 लाख 20 हजार रुपए की मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मंजूरी दी है। जिसके बाद परिवार ने संतुष्टि जाहिर की है। मृतक के बेटे सुभाष को फिलहाल नगद बीस हजार रुपए फैक्ट्री मैनेजर ने दिए है। दो दिन बाद कागजात जमा कराने पर 50 हजार का चेक और सभी कार्रवाई के बाद तीन लाख सौंप जाना तय हुआ है।
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