आषाढ़ भले ही रीता रहा हो पर सावन खूब बरस रहा है। ऐसे में हर जगह हरी-भरी ही नजर आ रही है। प्रकृति की हरियाली चादर हर किसी का मन मोह रही है।
बारिश बंद होती है तो घरों में कैद लोग बाहर निकल पड़ते हैं। ऐसे में शहर के ऐसे धार्मिक और आध्यात्मिक केंदा्रें पर आकर आत्मिक शांति प्राप्त होती हे।
प्रकृति की हरी चादर के बीच खिला यह पीला फूल बरबस ही आकर्षित करता है। जगह-जगह ऐसे फूल खिले हुए हैं जो मन को लुभा रहे हैं।
सावन में खुशनुमा मौसम में मंदिर की घंटियोंं की आवाज प्रभु की याद के साथ ही मन को भी प्रफुल्लित कर देती हैं। नीरवता को खुशनुमा अंदाज देती हैं ये घंटियां
गुलशन में फूल खिले तो तितलियां भी मंडराने लगती हैं। गुलाबी फूलों से भरे इस बगीचे में हर जगह तितलियां भी नजर आ रहीं हैं।
नर्मदा तट का यह दृश्य सावन में ही नजर आता है। इसे देखने दूर-दूर से सैलानी आते हैं और नर्मदा के इस नजारे को कैमरे में भी कैद कर लेते हैं।