सऊदी राजघराने के वरिष्ठ अधिकारियों और राजकुमारे से प्रिंस नएफ को लेकर कई तरह की झूठी बातें बताई गईं। स्थानीय मीडिया में भी सलमान की छवि को बढ़ा चढ़ाकर दिखाया था।
saudi king
नई दिल्ली: मोहम्मद बिन सलमान दुनिया में तेल के सबसे बड़े निर्यातक देश सउदी अरब के क्राउन प्रिंस बन गए हैं। सलमान के नाम की घोषणा के बाद सऊदी के होने वाले बादशाह मोहम्मद बिन नएफ ने बड़ा खुलासा किया है। नएफ ने बताया कि जून में उन्हें मक्का बुलाया गया था, और एक महल में उन्हें जबरदस्ती बंधक बना लिया गया था। वहा मौजूद लोगों ने उसने देश की सत्ता छोड़ने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे। लगातार दवाब से तंग होकर नएफ ने अगली सुबह तक अपनी हार मान ली। इसके कुछ ही देर बाद 31 वर्षीय मोहम्मद बिन सलमान का नाम अगले बादशाह के लिए घोषित हो गया।
प्रिंस नएफ को लेकर उड़ाई अफवाह
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी राजघराने के वरिष्ठ अधिकारियों और राजकुमारे से प्रिंस नएफ को लेकर कई तरह की झूठी बातें बताई गईं। उनके कहा गया कि 57 वर्षीय नएफ इस सल्तनत के उत्तराधिकारी बनने लयाक नहीं है। नएफ नशे और कई तरह की गंदी आदतों के शिकार हैं। स्थानीय मीडिया में भी सलमान की छवि को बढ़ा चढ़ाकर दिखाया था।
बंधक बनाकर स्वीकार कराया हार
न्यूयॉर्क टाइम्स ने राजघराने के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि 20 जून की रात को मक्का के सफा पैलेस में राजघराने के कई अधिकारी और सुरक्षा सदस्य के लोगों से कहा गया कि प्रिंस सलमान उनसे तुरंत मिलना चाहते हैं। कमरे में मौजूद लोगों ने नएफ से प्रिंस औरगृहमंत्री का पद छोड़ने को कहा गया। नएफ ने इनकार किया तो दबाव बढ़ाते चले गए। लेकिन जैसे जैसे रात होती गई प्रिंस नएफ का सब्र टूटने लगा और 21 जून की भोर में पद छोड़ने के लिए राजी हो गए।
हम हमेशा आपके निर्देश मानेंगे
यही नहीं इन लोगों ने नएफ से मोहम्मद बिन सलमान का हाथ चूमने को कहा और इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली। उत्तराधिकारी घोषित होने के बाद मोहम्मद बिन सलमान ने प्रिंस नएफ से कहा कि हम हमेशा आपके निर्देश और सलाह मानेंगे। जिसपर प्रिंस नएफ ने इंशा अल्लाह कहा।
कौन हैं मोहम्मद बिन सलाम
मोहम्मद बिन सलाम का जन्म जेद्दा में 31 अगस्त 1985 को हुआ था। सऊदी यूनिवर्सिटी से कानून से स्नातक की उपाधि लेने के बाद सऊदी कैबिनेट सलाहकार नियुक्त हुए। 15 दिसंबर 2009 में रियाद के गर्नव जो उनके पिता भी हैं, उनके विशेष सलाहकार बन गए। अप्रैल 2014 में राज्यमंत्री बनने के साथ राजनीति में सक्रिय हो गए। कुछ ही महीने बाद पिता के राजा बनते वो देश के रक्षा मंत्री पद पर तैनात हो गए।