सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पनामागेट मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दोषी करार दिया। पांच जजों की बेंच ने सर्वसम्मति से उनके खिलाफ फैसला दिया। दोषी ठहराए जाने के बाद नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पनामा पेपर मामले में दोषी ठहराए जाने और प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य करार दिए जाने के बाद नवाज शरीफ ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने नवाज के छोटे भाई शहबाज शरीफ को अगला प्रधानमंत्री बनाने का फैसला किया है। पांच न्यायाधीशों की एक पीठ ने नवाज शरीफ को एकमत से पद के लिए उस वक्त अयोग्य करार दिया, जब जांच समिति ने अदालत को शरीफ के बच्चों को विदेशी कंपनियों से जुड़ा बताया और यह दर्शाया कि उनकी संपत्ति उनकी वैध आय से काफी अधिक है।
जेआइटी ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट दी थी
जस्टिस आसिफ सईद खान खोसा के नेतृत्व वाली पांच जजों की बैंच में उनके अलावा जस्टिस गुलजार अहमद, जस्टिस एजाज अफजल खान, जस्टिस इयाज उल अहसान और जस्टिस शेख अजमत सईद शामिल हैं। पनामा गेट कांड में नवाज और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार व मनी लांड्रिंग जैसे संगीन आरोप हैं। मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर संयुक्त जांच दल (जेआइटी) गठित किया गया था। जेआइटी ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट सर्वोच्च न्यायालय को सौंपी थी। सुप्रीम कोर्ट ने 21 जुलाई को सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया था।
नवाज ने बनाई सुप्रीम कोर्ट पर हमले की योजनाः इमरान
विपक्षी नेता इमरान खान ने नवाज शरीफ और उनके भाई शाहबाज शरीफ पर संगीन आरोप लगाए हैं। इमरान का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला खिलाफ आने पर नवाज ने सुप्रीम कोर्ट पर हमले की योजना तैयार की है। वहीं उन्होंने आरोप लगाया है कि शाहबाज के लिए पहले उनका बिजनेस है और बाद में देश है। वह अपने हर फैसले को अपने बिजनेस को ध्यान में रखते हुए ही करते हैं।