फेडरर ने सांसे रोकने वाले सेमीफाइनल में टॉमस बेर्दिच को हराकर फाइनल में पहुंचते ही कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। अब ज्यादा अनोखा ये देखना होगा कि वो कैसे फाइनल में जीतकर कई नए रिकॉर्ड बना लेंगे।
लंदन। टेनिस की सबसे पारंपरिक टूर्नामेंट कही जाने वाले ग्रैंड स्लेम विंबलडन में इस बार खिताब कौन जीतेगा, इस बात से भी ज्यादा खेल प्रेमियों की नजरें थी कि ग्रासकोर्ट किंग कहे जाने वाले रोजर फेडरर अपनी पसंदीदा टूर्नामेंट में संभवत: आखिरी साल में कैसा प्रदर्शन कर दिखाएंगे। जब विश्व टेनिस के फैब-4 में से तीन दिग्गज नोवाक जोकोविच, राफेल नडाल और एंडी मरे युवा शक्ति के सामने घुटने टेक चुके थे तो इस चौकड़ी के चौथे सदस्य रोजर फेडरर शुक्रवार रात को इतिहास रच रहे थे। फेडरर ने सांसे रोकने वाले सेमीफाइनल में टॉमस बेर्दिच को हराकर फाइनल में पहुंचते ही कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। फेडरर ने बेर्दिच को 7-6 (7-4) 7-6 (7-4) 6-4 से मात दी। अब ज्यादा अनोखा ये देखना होगा कि वो कैसे फाइनल में जीतकर कई नए रिकॉर्ड बना लेंगे।
सबसे ज्यादा विंबलडन खिताब जीतेंगे!
– 08वां खिताब होगा यहां पर फेडरर का सिलिच को फाइनल में हरा पाए तो।
– 01 नंबर पर पहुंच जाएंगे फेडरर यहां खिताब जीतने के मामले में।
– 07 खिताब फेडरर के ही बराबर अमरीका के पीट सैंप्रास के नाम पर भी हैं।
– 6-1 का रिकॉर्ड है फेडरर का सिलिच के खिलाफ।
– 2014 में यूएस ओपन में एकमात्र बार फेडरर को हराया था सिलिक ने।
यहां रिकॉर्ड बार फाइनल खेलेंगे
– 11वीं बार विंबलडन के फाइनल में पहुंचे हैं रोजर फेडरर।
– 10 बार फाइनल में पहुंचने का अपना ही रिकॉर्ड सुधारा फेडरर ने।
– 00 अन्य खिलाड़ी आज तक टेनिस के ओपन और प्री ओपन युग में मिलाकर भी यहां इतने फाइनल नहीं खेला है।
– 8-8 बार आर्थर गोरे और विलियम रेनशॉ के नाम पर है फेडरर के बाद सबसे ज्यादा फाइनल खेलने का रिकॉर्ड।
अपना ही पुराना रिकॉर्ड सुधारा
– 18 बार के ग्रैंड स्लेम खिताब विजेता हैं रोजर।
– 29वीं बार किसी ग्रैंड स्लेम टूर्नामेंट के फाइनल में खेलेंगे फेडरर।
– 28 बार का अपना ही रिकॉर्ड सुधारा हैं स्विट्जरलैंड के इस खिलाड़ी ने।
– 22 बार ग्रैंड स्लेम फाइनल में पहुंचकर दूसरे नंबर पर स्पेन के राफेल नडाल हैं।
– 21 बार अब तक ग्रैंड स्लेम फाइनल खेल चुके हैं सर्बिया के नोवाक जोकोविच।
जीते तो बनेंगे सबसे बुजुर्ग चैंपियन
– 35 साल के रोजर फेडरर यदि मारिन सिलिच से खिताब जीते तो होंगे सबसे बूढ़े चैंपियन।
– 32 साल की उम्र में खिताब जीतकर ये रिकॉर्ड अमरीका के आर्थर एश ने बनाया था।
– 1975 में विंबलडन खिताब जीतकर आर्थर एश पहले अश्वेत चैंपियन बने थे यहां पर।