गाचीबावली स्टेडियम में मेजबान तेलुगू टाइटंस और नव प्रवेशी तमिल थलाइवाज के बीच होने वाले मुकाबले के साथ 12 टीमों के बीच अगले सवा तीन महीनों तक चलने वाले महायुद्ध का आगाज होने जा रहा है।
नई दिल्ली :देश में कबड्डी की सफलता का पर्याय बन चुकी वीवो प्रो-कबड्डी लीग का पांचवां सीजन शुक्रवार से शुरू हो रहा है। गाचीबावली स्टेडियम में मेजबान तेलुगू टाइटंस और नव प्रवेशी तमिल थलाइवाज के बीच होने वाले मुकाबले के साथ 12 टीमों के बीच अगले सवा तीन महीनों तक चलने वाले महायुद्ध का आगाज होने जा रहा है।
सीजन पांच के तहत 12 आयोजन स्थलों पर कुल 138 मैच खेले जाएंगे। इस लीग में इस साल चार नई टीमों का प्रवेश हुआ है। प्रथम प्रवेशी हरियाणा स्टीलर्स (सोनीपत), गुजरात फार्च्यून जाएंट्स (अहमदाबाद), यूपी योद्धाज (लखनऊ) और तमिल थलाइवाज (चेन्नई) के अलावा मौजूदा चैम्पियन पटना पाइरेट्स (पटना), उपविजेता
जयपुर पिंक पैंथर्स (
जयपुर), पूर्व चैम्पियन यू मुम्बा (मुम्बई), बंगाल वारियर्स (कोलकाता), बेंगलुरू बुल्स (बेंगलुरू), पुनेरी पल्टन (पुणे) और दिल्ली दबंग (दिल्ली) और तेलुगू टाइटंस (हैदराबाद) अपना दमखम दिखाते हुए खिताब पर कब्जा करना चाहेंगी।
यह संस्करण कई मायनों में खास होगा। एक तो इसमें इस बार आठ की बजाय 12 टीमें खेल रही हैं और दूसरा इस साल पुरस्कार राशि में जबरदस्त इजाफा हुआ है। विजेता को तीन करोड़ रुपये मिलेंगे और इसके अलावा दूसरे हकदारों को भी काफी लुभावने पुरस्कार मिलेंगे। इनमें खिलाड़ियों को दिए जाने वाले व्यक्तिगत पुरस्कार भी शामिल हैं।
गुरुवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में 12 टीमों के कप्तानों और लीग कमिश्नर अनुपम गोस्वामी ने इसकी सफलता को लेकर विश्वास जाहिर किया। गोस्वामी ने कहा कि जन-जन से जुड़े होने के कारण यह लीग लोगों के दिलों में एक खास स्थान बना चुकी है और अब वे इस लीग का इंतजार करते हैं। ऐसे में उन्हें यकीन है कि नया सीजन नया अध्याय लिखेगा।
सभी टीमों के कप्तानों ने एक स्वर में कहा कि लीग की अवधि का लम्बा होना खिलाड़ियों के फिटनेस के लिहाज से चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन इसकी लोकप्रियता पर इसकी लम्बी अवधि का कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि नई टीमों के आने से इसमें एक नई ताजगी और नए स्तर की प्रतिस्पर्धा आई है, जो इसे लोगों के बीच लोकप्रिय बनाए रखेगी।
इस साल बेंगलुरू और पटना में मैच नहीं होंगे। बेंगलुरू टीम अपने घरेलू मैच नागपुर में खेलेगी और पटना की टीम रांची में नए प्रशंसकों की हौसलाअफजाई के बीच खिताब बचाने का प्रयास करेगी। पटना ने सीजन-3 और सीजन-4 का खिताब जीता था लेकिन इस बार उसके लिए खिताब बचाना चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि यह टीम बिल्कुल नई है और नए कप्तान-प्रदीप नरवाल के नेतृत्व में खिताब बचाने का प्रयास करेगी।
पटना ही नहीं बल्कि हर टीम का स्वरूप बदला है और कइयों के कप्तान भी बदले हैं। एसे में सभी टीमों के कप्तान खुद को एक ही प्लेटफार्म पर खड़ा महसूस करते हैं। इसका कारण यह है कि इस सीजन के लिए हुई नीलामी में कई दिग्गज अपनी पुरानी टीमों से बिछड़ गए और कई अपनी पुरानी टीमों में लौट आए। कई नए खिलाड़ी सामने आए और इस साल पहली बार इस लीग में खेलेंगे। एसे में यह सीजन सभी टीमों के लिए खुद को साबित करने का एक अच्छा प्लेटफार्म साबित होगा।
गाचीबावली में सीजन-5 का स्टेज तैयार हो चुका है। इसकी शोभा बढ़ाने के लिए बालीवुड सुपरस्टार
अक्षय कुमार, तमिल सुपरस्टार राणा दग्गुबाती, महान क्रिकेट खिलाड़ी और चेन्नई टीम के सहमालिक
सचिन तेंदुलकर, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज, बैडमिंटन स्टार किदाम्बी श्रीकांत, भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच पुलेला गोपीचंद और दक्षिण के सुपरस्टार चिरंजीवी अपनी मौजूदगी पेश करेंगे।
हैदराबाद के बाद यह लीग नागपुर, अहमबाद, लखनऊ, मुम्बई, कोलकाता, हरियाणा, रांची, दिल्ली, चेन्नई,
जयपुर और पुणे का रुख करेगी। इसके बाद मुम्बई और चेन्नई में क्वालीफायर और एलिमिनेटर मुकाबले होंगे तथा 28 अक्टूबर को चेन्नई में फाइनल होगा।