2000 के नोट की जगह रिजर्व बैंक ने 200 रुपये के नोट समेत अन्य छोटे नोटों की छपाई तेज कर दी है। कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद और सपा के नरेश अग्रवाल ने इस मुद्दे पर सरकार से सफाई मांगी। इस दौरान वित्तमंत्री चुप्पी साधे रहे।
नई दिल्ली: राज्यसभा में सपा नेता नरेश अग्रवाल ने 2000 रुपये के नोटों की छपाई का मुद्दा उठाते हुए सवाल पूंछा, लेकिन सदन में मौजूद वित्त मंत्री
अरुण जेटली ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। आपको बता दें कि दो हजार रुपये के नोटों की पर्याप्त प्रिंटिंग के बाद फिलहाल इसकी छपाई रोक दी गई है। इसकी जगह रिजर्व बैंक ने 200 रुपये के नोट समेत अन्य छोटे नोटों की छपाई तेज कर दी है। कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद और सपा के नरेश अग्रवाल ने इस मुद्दे पर सरकार से सफाई मांगी। इस दौरान वित्तमंत्री चुप्पी साधे रहे।
5 माह पहले बंद हो चुकी है 2000 के नोट की छपाई
आपको बता दें कि आरबीआई ने दो हजार के नोट की छपाई पांच माह पहले ही रोक दी थी और अब जोर छोटे नोटों पर है। सूत्रों के अनुसार आरबीआई के मैसूर प्रेस में 200 रुपये नोटों की छपाई तेज है। अगले माह करीब एक अरब रुपये मूल्य के 200 के नोट बाजार में आने की उम्मीद है।
छप चुके हैं 500 के 14 अरब नोट
जानकारों के मुताबिक, दो हजार रुपये के 7.4 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 3.7 अरब नोट प्रिंट हो चुके हैं। यह 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद बंद एक हजार रुपये के 6.3 अरब नोटों के मूल्यों से अधिक है। फिलहाल छापे जा रहे नोटों में 90 फीसदी 500 रुपये के नोट हैं। अब तक 500 के 14 अरब नोट छापे जा चुके हैं। यह आठ नवंबर को बंद हुए 500 रुपये के 15.7 अरब नोटों के काफी करीब है।
फिलहाल एटीएम में नकदी संकट नहीं
एसबीआई की प्रमुख अर्थशास्त्री सौम्या कांति घोष ने कहा कि नोटबंदी के शुरुआती दौर में तेजी के बाद आरबीआई अब दो हजार रुपये के नोटों की आपूर्ति धीमी रखना चाहती है। बैंकों और एटीएम में भी अब नकदी का संकट नहीं है।