पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के ठिकानों पर सीबीआई के छापों के बाद से बिहार में राजनीतिक घमासान अभी तक जारी है। दिल्ली में पीएम मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करके लौटे नीतीश कुमार ने बुधवार को पार्टी के विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि विधायकों से विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री नीतीश तेजस्वी पर कोई बड़ी फैसला ले सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी पर लगे करोड़ों के घोटाले को लेकर सीएम नीतीश कुमार काफी गंभीर हैं। अभी तक लालू की पार्टी की ओर से कोई संतोषजनक सफाई नहीं दी गई है और न ही संपत्ति का सही स्त्रोत को बताया गया है। विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश चाहते हैं कि या तो डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपनी संपत्ति के स्त्रोतों के बारे में पूरी जानकारी देकर विपक्ष को चुप करवाएं या फिर इस्तीफा दें।
मुख्यमंत्री उठा सकते हैं सख्त कदम: केसी त्यागी
वहीं एक अंग्रेजी चैनल से बात करते हुए जेडीयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कभी भी ऐसा राजनीतिक संकट नहीं झेला है। ऐसे में अपनी छवि को बनाए रखने के लिए वे इस मामले में कोई सख्त कदम उठा सकते हैं।
लालू परिवार CBI छापेमारी ने बिगाड़े हालात
बिहार में कुछ समय से जारी सत्ता के संग्राम में हर लालू और नीतीश आमने सामने आ चुके हैं। डिप्टी सीएम तेजस्वी पर सीबीआई के एफआईआर के बाद नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार को लेकर कई बयान दिए। नीतीश ने साफ कह दिया कि उनके मंत्रिमंडल में वो भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। वहीं लालू ने साफ कर दिया कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे।