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फारुख अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के सुर में मिलाया सुर, कहा- कश्मीर मामले में हो मध्यस्थता

Published: Jul 21, 2017 04:41:00 pm

Submitted by:

ललित fulara

नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष तथा जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने  कहा कि कश्मीर मसले पर पाकिस्तान भी एक पक्ष है। उसके साथ बात कर यह मुद्दा सुलझाया जाना चाहिए।

नई दिल्ली। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष तथा जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कश्मीर को लेकर फिर विवादित बयान दिया। फारुख ने कहा कि कश्मीर मसले पर पाकिस्तान भी एक पक्ष है। उसके साथ बात कर यह मुद्दा सुलझाया जाना चाहिए। फारुख ने कहा कि इसमें तीसरे पक्ष को भी शामिल किया जा सकता है। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा बार-बार संघर्ष विराम के उल्लंघन के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा कि जब तक आप कश्मीर पर पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे, कश्मीर मुद्दे का हल नहीं निकालेंगे, यह नहीं रुकने वाला है। हमें यह समझना होगा कि कश्मीर मसले में पाकिस्तान भी एक पक्ष है।

farukh abdullah के लिए चित्र परिणाम

इस मुद्दे से सबसे ज्यादा नुकसान कश्मीर को
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का हल नहीं निकाले जाने के कारण सबसे ज्यादा नुकसान राज्य के लोगों को हो रहा है। उन्होंने कहा कि जहां देश के दूसरे राज्य तरक्की कर रहे हैं, वहीं जम्मू-कश्मीर पीछे छूट गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या यह पाकिस्तान से बात करने का उचित समय है, श्रीनगर-बडगाम लोकसभा क्षेत्र से सांसद अब्दुल्ला ने कहा कि आप जब चीन से बात कर सकते हैं तो पाकिस्तान से बात क्यों नहीं। तीसरे पक्ष को शामिल कीजिए और बात कीजिये। इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने साफ कहा कि वह तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप स्वयं कह चुके हैं कि अमरीका मध्यस्थता के लिए तैयार है। 

तुरंत वार्ता कर कश्मीर मुद्दा सुलझाएं
स्थिति सामान्य होने का इंतजार करने की बजाय तुरंत वार्ता कर मामले को सुलझाए जाने की वकालत करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि सही वक्त का इंतजार करते-करते 70 साल बीत चुके हैं। अब और कितना इंतजार करना होगा। इस दौरान चार युद्ध हो चुके हैं, और कितने लोगों को मरवाएंगे। आज दोनों देशों के पास परमाणु बम हैं। 


कश्मीर हमारा आंतरिक मामला : राहुल
उधर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। इसमें किसी और देश का कोई लेना-देना नहीं है। संसद परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए राहुल ने कहा कि जहा तक कश्मीर पर चीन और पाकिस्तान से चर्चा की बात है तो कश्मीर भारत है और भारत कश्मीर है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर की स्थिति खराब करने का दोषी बताते हुए कहा कि मैं काफी समय से कह रहा हूँ कि नरेंद्र मोदी जी और राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की नीतियों ने जम्मू-कश्मीर को जला दिया है।


कश्मीर के उपमुख्यमंत्री बोले-नहीं चाहिए फारुख की सलाह
उधर, जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने फारुख अब्दुल्ला के बयान की निंदा करते हुए कहा कि हमें उनकी सलाह नहीं चाहिए। निर्मल सिंह ने कहा कि जब अब्दुल्ला राज्य के मुख्यमंत्री थे तो पाकिस्तान पर हमले की बात कहते थे। आज वह ऐसी निचले स्तर की सलाह दे रहे हैं। निर्मल सिंह ने कहा कि फारुख अब्दुल्ला शिमला समझौता और लाहौर फैसला भूल गए हैं, जिसमें पाकिस्तान के साथ डील करने के बारे में लिखा है। चीन का जिक्र करते हुए निर्मल सिंह ने कहा कि चीन इस मामले में बोलने वाला कौन होता है।उधर, फारुख अब्दुल्ला के पुत्र और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने पिता का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ पाकिस्तान से बातचीत की सलाह दी है। 

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