काशी विश्वनाथ के जलाभिषेक एवं पूजन-दर्शन के श्रद्धालुओं की लगभग दो-तीन किलोमीटर लंबी कतारें लगी हुई हैं
धार्मिक नगरी वाराणसी के प्राचीन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं अन्य शिवालयों में कड़ी सुरक्षा के बीच लाखों देशी-विदेशी श्रद्धालु सावन के दूसरे सोमवार पर आज भोले बाबा का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में
अमरनाथ यात्रियों पर हमले, उत्तर प्रदेश विधान में विस्फोटक मिलने तथा लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना के मद्देजर यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात हैं तथा आला अधिकारी संवेदनशील स्थानों में मौजूद हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कल रात वाराणसी के सिगरा क्षेत्र में एक धार्मिक स्थल की जमीन को लेकर हुए विवाद के बाद हिंसक घटना को देखते हुए शिवालयों के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर उन्हें विशेष तौर पर सतर्क रहने के निर्देश दिये गए हैं। हालांकि इन घटनाओं की परवाह किये बगैर लाखों शिवभक्त कल रात से ही शिवालयों के बाहर कतारों में खड़े बाबा का जयकारा लगा रहे हैं तथा अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। हजारों की संख्या में शिवभक्त पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
ऐतिहासिक दशाश्वमेध घाट से लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर एवं आसपास के क्षेत्रों में चारों तरफ कांवड़यिे ही नजर आ रहे हैं। भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में शामिल उत्तर प्रदेश की प्राचीन धार्मिक नगरी वाराणसी में “काशी विश्वनाथ” के जलाभिषेक एवं पूजन-दर्शन के श्रद्धालुओं की लगभग दो-तीन किलोमीटर लंबी कतारें लगी हुई हैं। सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजामों के बीच शिवभक्त भोर से ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं अन्य शिवालयों में जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
हर-हर महादेव, बम बम भोले के जयकारे से धर्मनगरी गूंज रही है। ऐतिहासिक दशाश्वमेध घाट एवं अन्य प्रमुख गंगा घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बीच श्रद्धालु गंगा स्नान कर बाबा के दर्शन-पूजन कर रहे हैं। मंदिर के बाहर बैरिकेडिंग की गई है तथा सुरक्षा जांच के बाद भक्त पूजा-अर्चना करने जा रहे हैं। बड़ी संख्या में स्वयंसेवक पुलिस कर्मियों को व्यवस्था बनाने में मदद कर रहे हैं।