scriptये है दुनिया के सबसे विशालकाय दैत्य का दिल, इसका वजन जानकर आपके होश उड़ जाएंगे! | Organ the 'size of a pony' is first-ever to be conserved at Canadian museum, The 600-pound preserved blue whale heart | Patrika News

ये है दुनिया के सबसे विशालकाय दैत्य का दिल, इसका वजन जानकर आपके होश उड़ जाएंगे!

Published: Jul 28, 2017 10:36:00 am

Submitted by:

राहुल

पृथ्वी पर पाए जाने वाले प्राणियों में ब्लू व्हेल सबसे बड़ी है। कहा जाता है कि इसका ‍दिल एक कार के जितना ही बड़ा होता है और इसकी जीभ एक हाथी की लंबाई जितनी लंबी होती है…

Organ the 'size of a pony' is first-ever to be con

Organ the ‘size of a pony’ is first-ever to be conserved at Canadian museum, The 600-pound preserved blue whale heart

पृथ्वी पर पाए जाने वाले प्राणियों में ब्लू व्हेल सबसे बड़ी है। कहा जाता है कि इसका ‍दिल एक कार के जितना ही बड़ा होता है और इसकी जीभ एक हाथी की लंबाई जितनी लंबी होती है। इसके द्वारा निकाली जाने वाल‍ी ध्वनि सबसे तेज ध्वनि है। यह अपने फेफड़ों में एक बार में 5000 लीटर हवा को एकत्रित कर सकती है। इतना ही नहीं बड़े शरीर के बावजूद यह 30 मील प्रति घंटे की रफ्तार से तैर सकती है।
A massive 600-pound blue whale heart, the first-ever to be preserved, was unveiled at the Royal Ontario Museum in Canada on Thursday (pictured)
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ब्लू व्हेल मछली के दिल का वजन 600 किलोग्राम होता है। इतना वजन एक हाथी का होता है। ऐसी ही एक ब्लू व्हले के 600 पाउंड का दिल कानाडा के ‘रॉयल ओन्टेरियो’ नाम के एक म्यूजियम में रखा गया है। यह दुनिया का पहला ऐसा म्यूजियम है जिसमें किसी व्हेल के हार्ट को संरक्षित किया गया है। हालांकि इसका वजन 600 किलो नहीं है. इसका वजन 600 पाउंड(262 किलो) ही है, जिसमें लगभग 60 गैलन ब्लड हर रोज पंप होता है।
A human heart is shown for size comparison in front of the plastinated whale heart, which is approximately the 'size of a small pony' (in Guben, Germany in May 2017)
इस विशालकाय जीव के दिल को 2014 में निकाला गया था। तब से इसे एक लैब में प्रिजर्व करके रखा गया था लेकिन अब इसे कानाडा के म्यूजियम में ले आया गया है। 2014 में ये ब्लू व्हेल कानाडा के समुद्री तटों पर मरी हुई मिली थी।
Before it was displayed in Toronto, the heart traveled from Canada to Germany, where technicians worked on it for more than a year as no facility in North America was big enough to handle a whale heart (pictured in Guben, Germany in May 2017)
बता दें कि समुद्र में 5 करोड़ वर्ष पूर्व व्हेल अस्तित्व में आई। अन्य स्तनधारी प्राणियों की तरह व्हेल हवा में सांस लेती है, उसका खून गर्म होता है बच्चों को दूध पिलाती है और उसके शरीर पर बाल होते हैं। व्हेल मछली की चमड़ी मोटी होती है, जिसे ब्लबर कहा जाता है। यह ऊर्जा को इकट्ठा करती है और उसके शरीर की रक्षा करती है।
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