गांधीवादी विचारक राजगोपाल पी.व्ही. को साल 2013-14 का 29वां इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार प्रदान किया गया था।चंबल घाटी में विकास और शांति स्थापना के लिए राजगोपाल के प्रयासों से बागियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया था।
नई दिल्ली: 30वें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के लिए 31 अगस्त 2017 तक नामांकन मांगे गए हैं। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार सलाहकार समिति के सदस्य सचिव मोतीलाल वोरा ने आज यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि वर्ष 2015-16 के लिए दिए जाने वाले 30वें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के वास्ते निर्धारित प्रपत्र पर आवेदन 31 अगस्त तक कांग्रेस मुख्यालय में जमा कराए जा सकते हैं।
राजगोपाल पी.व्ही. को मिला 29वां पुरस्कार
एकता परिषद के संस्थापक और प्रख्यात गांधीवादी विचारक राजगोपाल पी.व्ही. को साल 2013-14 का 29वां इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार प्रदान किया गया था। देश में राष्ट्रीय एकता व अखंडता के लिए की गई सेवाओं को प्रोत्साहित एवं संरक्षित करने के लिए उनको इस पुरस्कार से अलंकृत किया गया। राजगोपाल ने देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न मुद्दों पर अहिंसात्मक तरीके से देश में एकता बनाए रखने के लिए काम किया है।
इनके प्रयास से बागियों ने किया था आत्मसमर्पण
चंबल घाटी में विकास और शांति स्थापना के लिए राजगोपाल के प्रयासों से बागियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया था। इसके बाद उन्होंने बागियों के पुनर्वास के कार्य को आगे बढ़ाया और वंचितों के जमीन और जंगल के अधिकार के लिए अभियान चलाया।
31 अक्टूबर को दिया जाता है पुरस्कार
इस पुरस्कार के तहत 10 लाख रूपये की नकद धनराशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। यह सम्मान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बलिदान दिवस 31 अक्टूबर पर हर वर्ष राष्ट्रीय एकीकरण, आपसी समझदारी, संस्कृति एवं परंपराओं की राष्ट्रीय एकता की भावना को सुदृढ़ करने के लिए दिया जाता है।
अब तक इन्हें मिला पुरस्कार
इससे पहले यह पुरस्कार श्रीमती अरुणा आसफ अली, पीएन हक्सर, एमएस सुबुलक्ष्मी, डा. एपीजे
अब्दुल कलाम,
राजीव गांधी,
जावेद अख्तर, डा. एमएस स्वामीनाथन, पीवी राजगोपाल आदि को मिल चुका है।