चीन नहीं चाहता कि तिब्बती लोग बोध गया में आयोजित दलाई लामा के कार्यक्रम में शामिल हों।
नई दिल्ली। चीन दलाई लामा के हजारों तिब्बती श्रद्धालुओं के लिए रोड़ा बन गया है। चीन नहीं चाहता कि तिब्बती लोग बोध गया में आयोजित दलाई लामा के कार्यक्रम में शामिल हों। नेपाल और चील से मिली रिपोट्र्स के अनुसार बौद्ध धर्म से जुड़े इस बड़े आयोजन में चीन अटकलें लगा रहा है।
चीन ने 10 जनवरी तक यात्रा करने पर लगाए प्रतिबंध
चीन के प्रमुख अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपी खबर के अनुसार चीन ने आतंकवाद और अलगाववाद के नाम पर यात्रा से जुड़े प्रतिबंधों की समीक्षा करने जा रहा है। चीनी सरकार तिब्बती लोगों की यात्राओं पर प्रतिबंध लगाने का मन बना रही है। हालांकि निर्वासित तिब्बती सरकार का कहना है कि पिछले कई दिनों में चीन ने कभी इस तरह का यात्रा प्रतिबंध नहीं लगाया गया। चीनी सरकार ने नवंबर 2016 से तिब्बत में तिब्बती लोगों के पासपोर्ट जब्त करना शुरू किया है। नेपाली मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार चीन सभी तिब्बती लोगों पर कुछ समय के लिए नेपाल की यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा रही है।
3 जनवरी तक सभी तीर्थयात्रियों को तिब्बत लौटने के आदेश
यहां तक की चीन ने अपनी सभी ट्रेवल एजेंसी और एयरलाइन्स को तिब्बती लोगों के ट्रेवल प्लान रद्द करने के निर्देश दिए हैं। चीन सरकार ने 10 जनवरी तक की सभी ट्रेवल बुकिंग रद्द करने के आदेश दिए हैं। चीन के अधिकारियों ने देश के सभी श्रद्धालुओं को 3 जनवरी तक तिब्बत लौटने को कहा है। चीन चाहता है कि यहां दलाई लामा का कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही सभी लोग तिब्बत वापस आ जाएं। एक तिब्बती तीर्थ यात्री ने बताया कि चीन के अधिकारियों ने उसके सभी परिवार के सदस्यों से एक पत्र पर हस्ताक्षर करवा लिए हैं।
दूरी लामा और शिष्य के बीच पवित्र रिश्ते को खत्म नहीं कर सकती: दलाई लामा
इस पत्र में तीर्थयात्रियों को निर्देश दिए गए हैं कि उन्हे दलाई लामा के कार्यक्रम से पहले तिब्बत लौटना होगा। वहीं बोधगया में आयोजित हो रहे कालचक्र कार्यक्रम में दलाई लामा ने कहा कि दूरी लामा और उसके शिष्यों के बीच पवित्र संबंधों को खत्म नहीं कर सकती। दलाई लामा ने तिब्ब्त में रहने वाले अपने शिष्यों से कहा है कि आप सभी अपने घर पर बैठकर ही प्रार्थना कर सकते हैं। दलाई लामा ने कहा है कि आप दूर-दराज क्षेत्रों में बैठकर प्रार्थना करें, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपको कालचक्र का सशक्तिकरण प्राप्त होगा।