नई दिल्ली. सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अश्विनी लोहानी ने कहा कि क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) उड़ान के तहत कंपनी 19 सीटों वाला डॉरनियर विमान तभी खरीदेगी, जब सरकार योजना के तहत छोटे विमानों के लिए वॉयेबिलिटी गैप फंडिंग बढ़ाएगी। आरसीएस के तहत सरकार हवाई सेवा से वंचित छोटे शहरों के लिए परिचालन शुरू करने में एयरलाइंसों को वीजीएफ के रूप में सब्सिडी दे रही है। इसके तहत दूरी के हिसाब से अधिकतम किराया सरकार ने तय कर दिया है।
500 किलोमीटर की यात्रा के लिए अधिकतम किराया 2,500 रुपए तय
500 किलोमीटर की यात्रा के लिए अधिकतम किराया 2,500 रुपए तय किया गया है। हाल ही में आरसीएस में जारी संशोधनों के अनुसार, 20 सीटों वाले या उससे छोटे विमानों के लिए बड़े विमानों की तुलना में सरकार 30 प्रतिशत तक ज्यादा सब्सिडी देगी, लेकिन लोहानी ने कहा कि यह नाकाफी होगा। एयर इंडिया प्रमुख ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा कि अभी डॉरनियर की खरीद के बारे में अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। हमें देखना होगा कि सरकार कितनी सब्सिडी दे रही है।
एक डॉरनियर की कीमत ५० करोड़
लोहानी ने कहा कि 19 सीटों वाले एक डॉरनियर की कीमत यदि 50 करोड़ है और 200 सीटों वाले विमान की कीमत 300 करोड़ है तो निश्चित रूप से डॉरनियर पर प्रति सीट लागत ज्यादा है, इसलिए इसके लिए ज्यादा सब्सिडी की जरूरत होगी। एयर इंडिया के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देश में डॉरनियर का पंजीकरण टाइप कैटेगरी में नहीं होता है जिससे इसका वाणिज्यिक परिचालन के लिए इस्तेमाल नहीं हो सकता है। आरसीएस में इस्तेमाल से पहले नागर विमानन महानिदेशालय को यह बाधा भी दूर करनी होगी।
Home / Business / Industry / सब्सिडी मिलने पर ही डॉरनियर खरीदेगी एयर इंडिया: लोहानी