प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढऩे वालों में से कई छात्र ऐसे हैं, जो मेधावी तो हैं लेकिन इंग्लिश अच्छी नहीं होने से परीक्षा में ठीक से जवाब नहीं लिख पाते हैं। इन छात्रों को अब हिंदी माध्यम से परीक्षा देने की छूट मिलेगी।
इंदौर. प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढऩे वालों में से कई छात्र ऐसे हैं, जो मेधावी तो हैं लेकिन इंग्लिश अच्छी नहीं होने से परीक्षा में ठीक से जवाब नहीं लिख पाते हैं। इन विद्यार्थियों को अब हिंदी माध्यम से परीक्षा देने की छूट मिलेगी।
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) अगली सेमेस्टर परीक्षा से हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यम से बीई की परीक्षा कराएगी। अंग्रेजी में कमजोर छात्रों को राहत देने वाली यह घोषणा तकनीकी शिक्षा मंत्री दीपक जोशी शनिवार को एसजीएसआईटीएस में चर्चा के दौरान की।
कौशल विकास केंद्र खोलेगी सरकार
लगातार खाली रह रही सीटों पर जोशी ने कहा कि क्वालिटी मेंटेन नहीं रखने से कई इंजीनियरिंग कॉलेज अपने आप बंद हो गए है। सरकार इंजीनियरिंग कॉलेजों में कौशल विकास केंद्र खोलने पर भी विचार कर रही है।
हुनरमंद बनाएंगे
जोशी ने कहा कि हमारा प्रयास छात्रों को हुनरमंद बनाने पर है। इसके लिए सरकार ने आईटीआई की स्थिति में सुधार किया है। जिन निजी आईटीआई में कमियां हैं, उन्हें बंद करने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। हम प्राइवेट कंपनियों को बुला रहे है कि या तो वे अपनी लैब लगाए या बच्चों को ट्रेनिंग दें।