एक अरब की मूंग खरीदी ,पांच करोड़ का मिला भुगतान
समर्थन मूल्य पर मूंग बेचने वाला किसान एक माह से भुगतान के लिए मार्केटिंग
के चक्कर काटने को मजबूर है। 15जून से 20जुलाई तक मार्केटिंग ने करीब एक
अरब के मूंग खरीद ली लेकिन भुगतान महज 5करोड़ ही मिला है। 9 हजार किसान
से अधिक किसान मूंग बेच चुके है अब ये धान की रोपण के लिए राशि के लिए
परेशान हो रहे है।
पिपरिया
सरकारी मूंग खरीदी को लेकर स्पष्ट नीति नही होने से किसान परेशान हो रहे है। एक माह में मार्केटिंग ने एक अरब से ऊपर की मूंग खरीद ली लेकिन भुगतान महज 5 करोड़ ही मिला है। किसान भुगतान के लिए परेशान है खेती के लिए उधार राशि मांगने भटकरने को मजबूर है।
मार्केटिंग सोसायटी ने समर्थन मूल्य पर 15 जून से मूंख खरीदी शुरु की और 20 जुलाई तक करीब दो लाख क्विंटल की खरीदी हो चुकी है। एक अरब से अधिक की खरीदी के बाद किसानों को भुगतान के लिए मार्केटिंग के खाते में महज पांच करोड़ की राशि मिली जिसमें 200 किसानों को अब तक भुगतान मिला है। जबकि 9हजार 206किसान अब तक मूंग बेच चुके है। शुक्रवार को राष्ट्रीय मजदूर किसान संघ ने मार्केटिंग कार्यालय पहुंच भुगतान की जानकारी ली लेकिन निराशा ही हाथ लगी। मार्केटिंग मैनेजर राजेश पटेल के अनुसार पांच करोड़ में से महज 200 किसानों का आरटीजीएस अब तक किया है।
समर्थन मूल्य मूंग खरीदी को लेकर कोई स्पष्ट नीति नही होने से किसान परेशान है।31जुलाई तक मूंग खरीदी के आदेश के बावजूद 18 जुलाई को ही खरीदी बंद हो गई। खरीदी चाहे जब कर फिर चालू कर दी जाती है। गुरुवार को खरीदी नही होने पर किसानों ने आक्रोश जताया तो शुक्रवार को आधे दिन बाद मूंग खरीदी शुरु हो गई। शुक्रवार को मंडी समिति ने घोषणा कराई कि शनिवार,रविवार को खरीदी बंद रहेगी इससे किसान भटकने को मजबूर है।
तेज बारिश से मंडी में मची अफरा तफरी
शुक्रवार शाम तेज बारिश होने से किसानों में अफरा तफरी मच गई। मंडी शेड से पानी टपकने से जिंस भीग गई। किसान अपनी मूंग बचाने तिरपाल और पॉलीथिन बिछाते नजर आए। हवा पानी की बौछारों से शेड में रखी अन्य जिंस भी भीग गई।
मंडी ने कराई उदघोषणा
कृषि उपज मंडी ने समर्थन मूल्य खरीदी शनिवार रविवार को बंद रखने की शुक्रवार को घोषणा कराई। मार्केटिंग संचालक जगदीश अग्रवाल का कहना था खरीदी के लिए डीएमओ से मौखिक आदेश मिले है। शनिवार को वारदाने की उपलब्धता रहने पर खरीदी हो सकती है लेकिन यह स्पष्ट नही है।