नीचे दिए सवालों का जवाब देकर जानिए कि आप अपनी खामी को पहचानकर उसे दूर करने में लग जाते हैं या हीनता से घिर जाते हैं?
एकदम ‘परफेक्ट’ तो कोई नहीं होता। कुछ न कुछ कमी हर किसी में होती है। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इस खामी को पहचानकर इसे दूर करने का उपाय ढूंढते हैं या फिर उसकी वजह से हीनता का शिकार हो जाते हैं। जब आप स्वयं अपनी खामी को रेखांकित कर लेते हैं और उसे दूर करने की कोशिश में जुट जाते हैं तो सफलता की संभावनाओं के ऐसे द्वार भी खुल जाते हैं, जिनके बारे में आपने पहले सोचा तक न था।
इन द्वारों के बारे में आप इसलिए नहीं सोच पाए थे क्योंकि ये खामियों के बड़े-बड़े अवरोधकों के पीछे छिपे हुए थे। यह सच है कि इन खामियों को रातों-रात दूर नहीं किया जा सकता लेकिन इसके लिए लगातार प्रयास करके आप अपनी खामी को अपनी खूबी में तब्दील कर सकते हैं। फिलहाल नीचे दिए सवालों का जवाब देकर जानिए कि आप अपनी खामी को पहचानकर उसे दूर करने में लग जाते हैं या हीनता से घिर जाते हैं?
1.आपके कम्यूनिकेशन स्किल अच्छे नहीं हैं। आप क्या करेंगे?
(अ) सार्वजनिक बोलने से बचेंगे
(ब) अभ्यास करेंगे
(स) कोई प्रतिनिधि ढूंढ लेंगे
(द) इसका कोर्स करेंगे
2.ऑफिस में कोई नया काम आपको सौंप दिया गया है, जो आपने पहले कभी नहीं किया। क्या करेंगे?
(अ) सीखेंगे
(ब) दूसरों से कराएंगे
(स) नौकरी छोड़ देंगे
(द) मदद लेकर करेंगे
3.अब तक आपको कोई बड़ी सफलता नहीं मिल पाई है। अब तक की स्थिति को देखते हुए आप क्या करेंगे?
(अ) प्रयास करेंगे
(ब) किस्मत पर छोड़ेंगे
(स) चापलूसी करेंगे
(द) मैं इस लायक ही नहीं
1. (अ) 0 (ब) 5 (स) 1 (द) 3
2. (अ) 5 (ब) 1 (स) 0 (द) 3
3. (अ) 5 (ब) 3 (स) 1 (द) 0
अंक- 9-15- आप खामी को पहचानकर उसे दूर करने की दिशा में काम करते हैं। यह गुण आपको आगे लेकर जाएगा।
5 से 9- कई बार आप खामी को हीनता बनने देते हैं। इससे आपका ध्यान खामी दूर करने पर नहीं, हीन भावना पर ही लगा रहता है। 5 से कम- आप खामी को दूर नहीं करते और हीनता से घिर जाते हैं।