वो गिटार बजाता, डॉक्टर जलाते दिमाग की नस
Published: Jul 21, 2017 11:03:00 am
बेंगलूरु के एक 32 वर्षीय युवक राकेश कुमार (परिवर्तित नाम) को न्यूरोलॉजिकल डिसआर्डर से संबंधित बीमारी थी।
बेंगलूरु। बेंगलूरु में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां एक ओर सामान्य ऑपरेशन के लिए डॉक्टर्स पेशेंट को एनेस्थीसिया देकर बेहोश करते हैं, वहीं बेंगलूरु के सिटी हॉस्पिटल में डॉक्टर्स ने मरीज को पूरी तरह बेहोश नहीं किया बल्कि उसे गिटार बजाने के लिए कहा। दरअसल में बेंगलूरुके एक 32 वर्षीय युवक राकेश कुमार (परिवर्तित नाम) को न्यूरोलॉजिकल डिसआर्डर से संबंधित बीमारी थी। युवक जब कभी भी गिटार बजाता था तो उसे सिर के एक भाग में दर्द महसूस होता था। डॉक्टर्स को दिखाने के बाद उसके एमआआई समेत कई टेस्ट किए गए। जिनसे पता चला कि गिटार बजाते समय सीधे हाथ की तीन अंगुलियों के मूवमेंट से उसके दिमाग की कुछ मांसपेशियां प्रोएक्टिव होती हैं जिनसे उसे दर्द होता है। इसके बाद उन्हें हटाने के लिए डॉक्टर्स ने ऑपरेशन का फैसला किया। ऑपेरशन के दौरान भी राकेश गिटार बजाता रहा और डॉक्टर्स दिमाग की उन अतिरिक्त नसों को ढूंढ़कर जलाते हुए नष्ट कर रहे थे। ऑपरेशन 7 घंटे तक चला।
डॉक्टर्स की थी योजना
सी नियर न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. संजीव सीसी ने बताया कि उसे समस्या तब आती थी जब वह गिटार बजाता था, प्रॉब्लम और उसकी सही जगह समझना बेहद जरूरी था। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर्स ने उसके दिमाग के सिर्फ कुछ भाग को ही अचेत किया था, ताकि वह गिटार बजा सके। इससे समस्या वाली जगह पकड़ में आ सके। असल में उसके गिटार बजाने से डॉक्टर्स को परेशानी वाली जगह का पता लगाने में मदद मिल रही थी।
सिर में 14 एमएम का छेद कर दिया ऑपरेशन को अंजाम
डॉक्टर्स के अनुसार यह एक ऐसी सर्जरी है, जिसमें दिमाग में परेशानी वाली मांसपेशियों को जलाकर खत्म किया जाता है। एमआरआई के बाद आई तस्वीरों को देखने से पता चला कि ये मांसपेशियां दिमाग में करीब 8-9 सेंंटीमीटर अंदरूनी हिस्से में थी। वहां पहुंचने के लिए ऑपरेशन से पहले युवक के दिमाग में चार खास तरह के फ्रेम फिट किए गए थे। फिर एनेस्थिसिया देकर सिर मेेंं 14 एमएम का छेद किया गया। इसके बाद मांसपेशियों को जलाकर खास तरह की एक इलेक्ट्रॉड सेट की गई ताकि भविष्य में कोई दिक्कत न आए।