शास्त्री ने समिति से कहा था कि वह सचिन को टीम का बल्लेबाजी सलाहकार बनाना चाहेंगे।
मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख कोच रवि शास्त्री राहुल द्रविड़ के बजाय उन्हें इस पद पर चुनने वाली क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य और दिग्गज क्रिकेटर
सचिन तेंदुलकर को ही अपने सपोर्ट स्टाफ में बल्लेबाजी सलाहकार चुनना चाहते थे। शास्त्री ने मंगलवार को चार सदस्यीय समिति से मीटिंग के दौरान इस बात का प्रस्ताव रखा था। शास्त्री ने समिति से कहा था कि यदि हितों के टकराव का मुद्दा न हो तो वह सचिन को टीम का बल्लेबाजी सलाहकार बनाना चाहेंगे। हालांकि समिति ने उनका यह प्रस्ताव नकार दिया।
बता दें कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने शास्त्री को राष्ट्रीय टीम का कोच चुना है, जिसमें सचिन, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली सदस्य हैं। सीएसी ने पूर्व तेज गेंदबाज
जहीर खान को गेंदबाजी कोच और पूर्व भारतीय कप्तान व जूनियर भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ को बल्लेबाजी सलाहकार नियुक्त किया था, लेकिन शास्त्री ने
जहीर खान के बजाय अपने सपोर्ट स्टाफ में भरत अरुण को गेंदबाजी कोच चुन लिया है। संजय
बांगड़ सह कोच और आर. श्रीधर को फील्डिंग कोच बरकरार रखा गया है।
अपने इस सपोर्ट स्टाफ को तय कराने के लिए ही शास्त्री ने मंगलवार को मुंबई में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से गठित प्रशासक समिति (सीओए) की तरफ से बनी चार सदस्यीय समिति से मुलाकात की थी। इसी दौरान उन्होंने सचिन के नाम का प्रस्ताव रखा। लेकिन विशेष समिति ने साफ कर दिया कि राष्ट्रीय टीम से पूर्णकालिक या केवल सलाहकार के रूप में किसी पद पर तभी जुड़ा जा सकता है, जब हितों के टकराव का मुद्दा न हो।
तेंदुलकर को तोडऩे पड़ते करार समिति के एक सदस्य ने बताया कि शास्त्री
सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी सलाहकार बनाते तो उन्हें आईपीएल में अपनी भूमिका समेत कई प्रोफेशनल करार से हाथ खींचना पड़ता, जो बल्लेबाजी सलाहकार की भूमिका के तौर पर हितों के टकराव के दायरे में होते। कुछ दिन की जिम्मेदारी के लिए एेसा कराना शायद उनके लिए बड़े घाटे का सौदा होता।
8 करोड़ रुपए लेंगे रवि भले ही मंगलवार को मीटिंग के बाद चार सदस्यीय समिति ने सिर्फ सपोर्ट स्टाफ के नाम घोषित किए हों, लेकिन 22 जुलाई को सीओए को सौंपी जाने वाली उसकी रिपोर्ट पर सभी की नजरें अब भी रहेंगी। इस रिपोर्ट में रवि शास्त्री से लेकर अन्य सपोर्ट स्टाफ तक का वेतन तय किया जाना है। सूत्रों के अनुसार, शास्त्री को अनिल कुंबले के मुकाबले चीफ कोच पद की जिम्मेदारी निभाने को लगभग 1.5 करोड़ रुपए अधिक मिल सकते हैं।
कुंबले को 6.5 करोड़ रुपए मिलते थे। एेसे में शास्त्री को सालाना 8 करोड़ रुपए मिलेंगे, जो उनकी टीवी कमेंट्री आदि भूमिकाएं छोडऩे का मुआवजा भी होगा। इसी तरह संजय बांगड़, आर. श्रीधर व बी. अरुण को आईपीएल आदि में जिम्मेदारी छोडऩे के बदले 2 से 3 करोड़ रुपए सालाना का पैकेज मिलने की उम्मीद है।