जून तिमाही में आईटी कंपनी इंफोसिस का शुद्ध मुनाफा 3.3 फीसदी 3483 करोड़ रुपए रहा है। हालांकि मुनाफे में पिछले साल के इसी तिमाही के मुकाबले 1.4 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है।
नई दिल्ली। जून तिमाही में आईटी कंपनी इंफोसिस का शुद्ध मुनाफा 3.3 फीसदी 3483 करोड़ रुपए रहा है। हालांकि मुनाफे में पिछले साल के इसी तिमाही के मुकाबले 1.4 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है। जबकि पिछले तिमाही के मुकाबले रेवेन्यू और ऑपरेटिंग मार्जिन में गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के जून क्वार्टर में ऑपरेटिंग प्रॉफिट पिछले साल के मुकाबले 2.4 फीसदी की गिरावट के साथ 4111 करोड़ रुपए रहा है। पिछले साल के मुकाबले इसमें 1.6 फीसदी की बढ़त है।
वहीं क्वार्टर के दौरान कंपनी की आय 17078 करोड़ रुपए रही है। पिछले क्वार्टर के मुकाबले इसमें 0.2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। हालांकि पिछले साल के पहले क्वार्टर के दौरान आय 1.8 फीसदी बढ़ी है। पहले क्वार्टर के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 24.1 फीसदी के साथ पिछले क्वार्टर के मुकाबले फ्लैट रहा है। कंपनी के मुताबिक डॉलर में पहले क्वार्टर की आय पिछले क्वार्टर के मुकाबले 3.2 फीसदी बढ़ी है। वहीं कॉन्सटेंट करंसी में रेवेन्यू ग्रोथ इस दौरान 2.7 फीसदी रही है।
सैलरी बढ़ोत्तरी का दूसरे तिमाही के मार्जिन पर पड़ेगा असर
नतीजों के बाद सीईओ विशाल सिक्का ने कहा कि पिछले 6 क्वार्टर से लगातार प्रति कर्मचारी रेवेन्यू में बढ़ोत्तरी उत्साहजनक है। इसके साथ ही कई चुनौतियों के बीच रेवेन्यू से लेकर मार्जिन में कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। विशाल ने कहा कि पहले क्वार्टर में रुपए में बढ़ोत्तरी से मार्जिन पर 0.8 फीसदी का असर देखने को मिला था। वहीं दूसरे क्वार्टर में कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोत्तरी का एबिट मार्जिन पर 1 फीसदी का असर देखने को मिल सकता है।
छोटे ग्राहकों की संख्या बढ़ी
इस तिमाही के दौरान छोटे क्लाइंट्स की संख्या में ग्रोथ देखने को मिली है। दस लाख डॉलर से 50 लाख डॉलर के बीच क्लाइंट्स की संख्या पहले क्वार्टर में 606 रही है, जो पिछले क्वार्टर और पिछले साल के पहले क्वार्टर के मुकाबले बढ़ी है। पिछले क्वार्टर में ये संख्या 598 और पिछले साल पहले क्वार्टर में ये संख्या 574 थी। हालांकि 5 करोड़ डॉलर से ज्यादा के क्लाइंट्स की संख्या पिछले क्वर्टर के मुकाबले स्थिर बनी हुई है। इस क्वार्टर में ऐसे क्लाइंट्स की कुल संख्या 105 थी। पिछले क्वार्टर में ये संख्या 106 और पिछले साल के पहले क्वार्टर में ये संख्या 100 थी।