नई दिल्ली/न्यूयॉर्क: पिछले दो वर्षों में अल्फाबेट के शेयरों में 50 फीसदी की बढ़ोतरी देने वाले गूगल के सीईओ
सुंदर पिचाई कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बना दिए गए हैं। अल्फाबेट गूगल की पेरेंट कंपनी है। सोमवार को आधिकारिक तौर पर इसका ऐलान कर दिया गया है। अब कंपनी के बोर्ड में कुल 13 लोग हो गए हैं।
गूगल की पैरेंट कंपनी है अल्फाबेट
अल्फाबेट के सीईओ और गूगल के को फाउंड लैरी पेज ने एक स्टेटमेंट जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा है, ‘गूगल के सीईओ के तौर पर सुंदर बेहतरीन काम कर रहे हैं। प्रोडक्ट इनोवेशन, मजबूत बढ़त और पार्टनर्शिप में उन्होंने अहम रोल निभाया है। मुझे उनके साथ काम करना अच्छा लगता है और वो अब ऐल्फाबेट बोर्ड ज्वाइन कर रहे हैं। इसे लेकर में काफी उत्साहित हूं।गौरतलब है कि सुंदर पिछले 2 सालों से गूगल के सीईओ के तौर पर काम कर रहे हैं। 2015 में गूगल ने एक पेरेंट कंपनी ऐल्फाबेट की शुरुआत की जिसके अंदर गूगल और दूसरी कंपनियां हैं।
ऐसे कराया कंपनी को फायदा:
– अल्फाबेट का 90 फीसदी रेवेन्यू गूगल से इसलिए गूगल के सीईओ होंगे बोर्ड में।
– आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को लेकर सुंदर के प्रयासों से कंपनी को हुआ फायदा।
पर यूं हो सकता था नुकसान
गूगल के सीईओ के रूप में पिचाई गूगल के प्रोडेक्ट डेवेलपमेंट और टेक्नीकल स्ट्रैटजी के साथ ही कंपनी के दिन-प्रतदिन का कामकाज देखते हैं। इसके अलावा गूगल क्लाउड भी उन्हीं के अंदर है। एक ओर तो गूगल क्लाउड डिविजन के प्रमुख डिएन ग्रीन पिचाई को रिपोर्ट करते हैं दूसरी ओर ग्रीन अल्फाबेट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर भी हैं। संभवत: इस टकराव से बचने के लिए भी पिचाई को निदेशक बनाने का निर्णय लिया गया है।
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