स्तन थायरॉइड एवं एंडोक्राइन कैंसर विशेषज्ञ डॉ संजय कुमार यादव ने बताया कि युवक को थॉयराइड में गठान थी। जिसे व सामान्य समझकर इलाज के नाम पर देसी नुस्खे अपना रहा था। इलाज के नाम पर अन्य जतन भी किए। उसे काफ़ी समय से गठान थी। वह इधर-उधर दिखाता रहा और इस दौरान कैंसर बढ़ गया।
सामान्यत: धारणा बनी हुई है कि जबलपुर समेत आसपास के अंचल के मरीज इलाज के लिए नागपुर व अन्य शहरों पर निर्भर हैं। अब मेडिकल अस्पताल में सुविधाओं के विस्तार के साथ अब न्यूरोलॉजी सर्जरी से लेकर कैंसर की कई जटिल सर्जरी व अन्य इलाज के लिए नागपुर मरीज जबलपुर भी आने लगे हैं।