हाल ही में एक इंटरव्यू में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने भविष्यवाणी की कि आने वाले समय में कुछ छोटे दल कांग्रेस में विलय कर सकते है। उसी मुद्दे को उठाते हुए पीएम मोदी ने आज सार्वजनिक सभा में पवार और ठाकरे को साथ आने का खुला ऑफर दिया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बीजेपी सांसद हिना गावित के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए नंदुरबार आये थे। इस दौरान पीएम मोदी ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे को साथ आने का ऑफर दिया। हालांकि वरिष्ठ नेता पवार ने उस ऑफर को ठुकरा दिया।
पीएम मोदी ने क्या कहा? शरद पवार पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा, “महाराष्ट्र के एक दिग्गज नेता जो 40-50 साल से राजनीति कर रहे हैं, बारामती के चुनाव के बाद उन्होंने एक बयान दिया है। वो इतने हताश और निराश हो गए हैं कि उनको लगता है कि अगर 4 जून के बाद राजनीतिक जीवन में टिके रहना है, तो छोटे-छोटे राजनीतिक दलों को कांग्रेस में विलय कर लेना चाहिए। इसका मतलब है कि नकली एनसीपी और नकली शिवसेना ने कांग्रेस में विलय करने का मन बना लिया है। 4 जून के बाद कांग्रेस में जाकर मरने (समाप्त) के बजाय छाती ठोककर हमारे अजित पवार, एकनाथ शिंदे के साथ आएं। आपके सपने सच होंगे।”
शरद पवार ने दिया जवाब एनसीपी (शरद पवार) प्रमुख ने कहा, मोदी के कारण देश में लोकतंत्र खतरे में पड़ गया है। जिससे देश में लोकतांत्रिक संकट उत्पन्न हो गया। जनमत उनके ख़िलाफ़ है। हम उनके साथ नहीं जायेंगे। हम नेहरू और गांधी की विचारधारा को मानते हैं। इसलिए बीजेपी के साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता।
शरद पवार ने प्रधानमंत्री की आलोचना करते हुए कहा, “दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल में डाल दिया… इसके पीछे केंद्र सरकार का हाथ है. हम उन लोगों के साथ कभी नहीं जाएंगे जो लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते। मोदी का बयान देश की एकता के लिए खतरनाक हैं। उनके विचार देश के लिए घातक हैं। हम ऐसे लोगों के साथ नहीं जा सकते है।“