बठिंडा-धुरी रेल मार्ग पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य और किसान आंदोलन के कारण जोधपुर मंडल से चलने वाली दो ट्रेनों का संचालन प्रभावित होगा। डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन और बठिंडा-धुरी रेल मार्ग के रामपुरा फूल और टापा स्टेशनों के बीच नॉन इंटरलॉकिंग कार्य प्रगति पर होने से बाड़मेर-ऋषिकेश-बाड़मेर एक्सप्रेस बठिंडा तक और किसान आंदोलन के कारण बाड़मेर-जम्मूतवी-बाड़मेर शालीमार एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन दिल्ली स्टेशन तक ही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ट्रेन संख्या 14888- बाड़मेर -ऋषिकेश एक्सप्रेस 2 से 6 मई व 14887- ऋषिकेश-बाड़मेर एक्सप्रेस ट्रेन शुक्रवार से सात मई तक बठिंडा से ऋषिकेश स्टेशनों के मध्य आंशिक रद्द रहेगी। इसी तरह ट्रेन 14661/14662- बाड़मेर-जम्मूतवी- बाड़मेर शालीमार एक्सप्रेस गुरुवार से शनिवार तक दिल्ली से जम्मूतवी रेलवे स्टेशनों के बीच आंशिक रद्द रहेगी। ट्रेन का संचालन बाड़मेर से दिल्ली रेलवे स्टेशनों के बीच किया जाएगा।
14 अप्रेल से आंशिक रद्द
गौरतलब है कि बाड़मेर से हरिद्वार (ऋषिकेश) के मध्यम चलने वाली ट्रेन संख्या 14888- बाड़मेर -ऋषिकेश एक्सप्रेस व 14887- ऋषिकेश-बाड़मेर एक्सप्रेस ट्रेन गत 14 अप्रेल से लगातार आंशिक रद्द चल रही है। इस ट्रेन का संचालन बठिंडा स्टेशन तक ही किया जा रहा है।
फलोदी से 25 हजार से अधिक यात्री करते हैं गंगा स्नान
गौरतलब है कि फलोदी शहर से हर साल वैशाख माह में 25 हजार से अधिक यात्री गंगा स्नान करने के लिए हरिद्वार के लिए जाते है और इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हरिद्वार के लिए बाड़मेर-ऋषिकेश रेल में बीकानेर रेलवे स्टेशन से टिकट बनवा रखे हैं, लेकिन इस ट्रेन के लगातार आंशिक रद्द होने के समाचार से श्रद्धालुओं की दुविधा बढ़ गई है।
मार्ग परिवर्तन कर हो संचालन
हिन्दू धर्म में वैशाख माह में और गंगादशमी, निर्जला एकादशी पर गंगा स्नान करने का बड़ा महत्व है। मैं कई सालों से अपने मित्र व परिवारजनों के साथ हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए जाता हूं, लेकिन वर्तमान में लगातार इस ट्रेन को आंशिक रद्द होने से दुविधा बढ़ी है। श्रद्धालुओं की आस्था में व्यवधान ना हो, इसके लिए रेलवे को इस दुविधा से मुक्ति दिलाने की जरूरत है। नियमित हो हरिद्वार तक सफर
मैं हर साल हरिद्वार जाता हूं और इस बार मेरे परिवार से कई लोग हरिद्वार जाएंगे, लेकिन इस तरह से रेल के आंशिक रद्द होने से हरिद्वार जाने का सफर दुविधाजनक हो रहा है। श्रद्धालु यात्रियों को अधिक दुविधा ना हो इसके प्रबंधन किए जाने चाहिए।