पोकरण में बड़ा अंतर
पोकरण विधानसभा में सबसे बड़ा अंतर सामने आया है। विधानसभा चुनाव में यहांं 88.48 प्रतिशत मतदान हुआ था। लोकसभा में यह घटकर 69.45 प्रतिशत रहा। करीब 19 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। इधर, शेरगढ़ में भी विधानसभा चुनाव में 74.51 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत करीब 14 प्रतिशत घटा है। यानि लोकसभा चुनाव में शेरगढ़ विधानसभा में 59.71 प्रतिशत मतदान हुआ है।लोहावट भी बिगाड़ेगा संतुलन
इस बार लोहावट में मतदान सिर्फ 62 प्रतिशत ही रहा है। जबकि तीन महीने पहले ही विधानसभा चुनावों में यह प्रतिशत 77 से ज्यादा था। यानि 15 प्रतिशत मतदान घटा है। पिछले लोकसभा चुनावों की तुलना में भी 6 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। इस कम मतदान के बाद यहां से किस पार्टी को बढ़त मिलेगी इसको लेकर भी अपने-अपने दावे किए जा रहे हैं।मतदान घटने के बड़े कारण
- गर्मी के कारण हर बार ही लोकसभा चुनावों में मतदान विधानसभा चुनावों से कम होता है, लेकिन इस बार दोपहर में गर्मी के कारण जो बूथ सूने हुए, वह शाम तक भी वापस नहीं भरे।
- ग्रामीण क्षेत्र में कई शादियों के कारण भी लोगों ने मतदान में रुझान नहीं दिखाया।
- कई राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता भी अपने लोगों को खींच कर बूथ तक नहीं ला सके।
विधानसभा की तुलना में लोकसभा चुनाव में गिरा मतदान प्रतिशत
विसं क्षेत्र- प्रतिशत 2019 लोकसभा- प्रतिशत 2023 विधानसभा- प्रतिशत 2024 लोकसभापोकरण- 74.63- 87.79- 69.45
फलोदी- 65.46- 68.61- 61.26
लोहावट- 68.68- 77.01- 62.37
लूणी- 68.27- 73.03- 59.93
सूरसागर- 69.23- 68.99- 67.05
शहर- 66.26- 66.3- 64.41
शेरगढ़- 66.87- 74.51- 59.71
सरदारपुरा- 68.56- 65.97- 64.13