परिवहन विभाग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि विद्याधर नगर डी टी ओ कार्यालय में रोजाना 40 से 50 वाहनों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाते हैं। लेकिन कार्यालय के पास वाहन ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने से पहले ट्रायल के लिए ट्रेक नहीं होने की स्थिति में क्षेत्र में जहां भी खाली सड़क दिखती है, वहीं वाहन का ट्रायल करा लिया जाता है। ऐसे में कई बार दुर्घटना होते-होते बची है।
परिवहन विभाग में ऐसे हो रहा ट्रायल… दुपहिया वाहन का ट्रायल परिवहन इंसपेक्टर खड़े होकर अपने सामने कराते हैं। वहीं चार पहिया वाहन ट्रायल के लिए इंसपेक्टर भी कई बार गाड़ी में पीछे सीट पर बैठ जाते हैं। ऐसे में इंसपेक्टर भी वाहन ट्रायल के दौरान भयभीत रहते हैं। वहीं ट्रायल के दौरान निकलने वाले अन्य वाहन चालकों के लिए भी खतरा बना रहता है।
परिवहन विभाग ने चार पहिया वाहन के लिए आठ के अंक में चार पहिया वाहन को रिवर्स गियर में चलाने का भी नियम बना रखा है। लेकिन यह ट्रायल तो यहां ट्रेक के अभाव में हो ही नहीं पा रहा। सभी वाहन चालकों से वाहन सीधे आगे गियर में ही चलवाए जा रहे हैं। जिससे वाहन ट्रायल खानापूर्ति बनकर रह गई है। मुख्य रूप से ट्रायल नेशनल हैण्डलूम के सामने वाली रोड पर कराया जाता, जहां हर समय सड़क पर भीड़ रहती है।