जबलपुर. नियति ने जन्म देने वालों से बचपन में बिछोह दे दिया पर अपनों से बढकऱ प्यार मिला। मोक्ष संस्था ने उनको गुडिय़ा और पूजा का नाम दिया और लालन-पालन किया। कन्यादान और विदाई की बेला आई तो आंखों से आंसू छलक पड़े। सोमवार को मेडिकल कॉलेज परिसर का नजारा बदला हुआ था। दो बारात एक साथ आईं, श्याम बैंड की धुन पर बराती थिरक रहे थे। समूचा मेडिकल कॉलेज अस्पताल डॉक्टर, सिस्टर, मरीज, परिजन, सुरक्षाकर्मी घराती बने बारात की अगवानी कर रहा था। मोक्ष के आव्हान पर संत जन, समाजसेवियों से लेकर जनप्रतिनिधियों ने विवाह की बागडोर संभाली। रैनबसेरा जनवासा में तब्दील हो गया।
मोक्ष व अन्य सामाजिक संगठन, कार्यकर्ताओं ने मिलकर कराया विवाहइनकी रही सहभागिता आयोजन में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, भाजपा नगर अध्यक्ष प्रभात साहू, कनाडा से ममता मदान , अनुराग शर्मा, बीएम श्रीवास्तव, जलज जैन, दीपक चंडोक, एमएल राव, सुशील नेमा, कृष्णा दास, प्रीति श्रीवास्तव, मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक डॉ.अरविंद शर्मा, डॉ.रिचा शर्मा, डॉ.पंकज असाटी, डॉ. शिशिर चनपुरिया, अस्पताल का अन्य स्टाफ, एमएल राव, एडवोकेट चौबे, घनश्याम, विजय अग्रवाल, गणेश अय्यर, कृष्णा दास, प्रीति श्रीवास्तव, नमिता राजपूत, डॉली ठाकुर, तृप्ति द्विवेदी समेत बड़ी संया में लोग शामिल थे।
वैदिक रीति से विवाह : पूजा की शादी बहोरीबंद के रिंकू से हुई। जबकिं गुड़िया ने गंगा नगर के संदीप संग सात फेरे लिए। मंत्रोच्चार के बीच वैदिक रीति से दोनों जोड़ों का विवाह हुआ। मोक्ष संस्था के आशीष ने अन्य साथियों के साथ कन्यादान किया। साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी व ब्र. चैतन्यानंद ने आशीर्वाद दिया। सारी व्यवस्था सहित गृहस्थी के सामान में संस्कारधानीवासियों और विदेश में बसे लोगों ने सहभागिता की।
भंडारा में लोगों ने पाया प्रसाद बरातियों से लेकर घरातियों सभी के लिए विशाल भंडारा का आयोजन किया गया। सभी ने प्रसाद पाया। बड़ी संया में मरीज व उनके परिजनों ने भी प्रसाद ग्रहण किया।
परिवार के ये सदस्य रहे मौजूद मोक्ष संस्था जिन लावारिस लोगों की देखभाल करती है उनमें बुजुर्गों से लेकर बच्चे भी शामिल है। विवाह के आयोजन में वे सभी शामिल थे। विदाई वेला में मोक्ष परिवार के इन सदस्यों की आंख भी नम थीं।
Home / Jabalpur / बेटियां चलीं ससुराल : जन्म देने वालों से बिछड़ी बेटियों का किया पालन, कन्यादान की बेला में छलके आंसू