इंदौर/ देवास. राजोदा में बीसीएम स्कूल के पीछे बाघ ने आमद दी थी। यह सूचना जब स्कूल में पढऩे वाले छात्रों के परिजन को लगी तो वे चिंतित हो गए। स्कूली विद्यार्थी बाउंड्रीवॉल बनाने की मांग को लेकर जनसुनवाई में पहुंचे। कलेक्टर बच्चों के के जनसुनवाई में आने पर नाराज हुए और प्राचार्य को तलब किया।
दरअसल बीसीएम स्कूल और कॉलोनाइजर के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। पिछले दिनों स्कूल के प्राचार्य एमके वर्गीस ने कई बार जनसुनवाईमें आवेदन देकर नपती की गुहार लगाई है, लेकिन सही तरीके से नपती नहीं की जा रही है। इसके कारण बाउंड्रीवाल नहीं बन पा रही है। मंगलवार को बीसीएम स्कूल के विद्यार्थी कलेक्टर से गुहार लगाने पहुंचे थे।
अधिक विद्यार्थी देखकर कलेक्टर का पारा चढ़ गया और उन्होंने बच्चों से पूछा कि क्या आपको स्कूल प्रबंधन दबाव बनाकर लाया है। इस पर विद्यार्थियों ने कहा कि वे बाघ की आमद से डरे हुए हैं। पालकों को जानकारी देकर ही यहां पहुंचे हैं। विद्यार्थियों ने कहा कि उन्हें कॉलोनाइजर और स्कूल प्रबंधन के बीच चल रहे विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवॉल की जरूरत है।
इस पर कलेक्टर ने विद्यार्थियों से आवेदन लेने से इनकार करते हुए प्राचार्य वर्गीस को बुलाया। वर्गीस से कलेक्टर ने कहा, इतने बच्चों को लेकर आने की क्या जरूरत थी, इनकी पढ़ाई का नुकसान होगा, तो भरपाई कैसे की जाएगी। इस पर वर्गीस ने कहा, बच्चे स्वप्रेरणा से आए हैं। डरे हुए हैं, अपनी बात प्रशासन तक रखना चाहते हैं। बच्चों का पढ़ाई का नुकसान हुआ है, उसे रविवार के दिन अतिरिक्त कक्षाएं संचालित करते हुए भरपाई कर दी जाएगी। कलेक्टर सिंह ने आवेदन लेकर एसडीएम को मार्क करते हुए जल्द से जल्द नपती कराने की बात कही।
पीएम आवास योजना के तहत ऋण स्वीकृति एवं पैकी प्लाट के नक्शे को नगर पालिक निगम द्वारा शीघ्र ही पास करवाने को लेकर इंजीनियरिंग श्रमिक संगठन भामसं से संबंद्ध के प्रधानमंत्री अजय गोस्वामी ने शिकायत की।
Hindi News/ Indore / स्कूल में घुसा बाघ, घबराकर बच्चे पहुंचे कलेक्टर के पास