यह देख एसडीएम भी हैरान रहे गए। वहीं, जब उनसे संबंधितों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने के संबंध में बात की तो उनका कहना था कि बीएमओ की तरफ से अभी दस्तावेज नहीं मिले हैं।
-तैयारी के बाद करेंगे एफआइआर…
इधर, इस मामले में पथरिया सीबीएमओ डॉ. ई मिंज का कहना है कि इस तरह के मामलों में अपना पक्ष मजबूत होना जरूरी है। आरोपी झोलाछाप व उसके दोनों भतीजों से संबंधित दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया में दो दिन का वक्त और लग सकता है। इसके बाद एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।-यहां झोलाछाप शिशु रोग विशेषज्ञ की क्लीनिक हुई सील
शुक्रवार को ही पथरिया के दमोह रोड स्थित झोलाछाप नंदलाल पटेल की क्लीनिक पर तहसीलदार दीपा चतुर्वेदी ने टीम के साथ छापेमार कार्रवाई की। यहां पर अंग्रेजी दवाइयां, इंजेक्शन, बच्चों के भाप लेने वाली मशीन व दवाएं जब्त हुई हैं। क्लीनिक को भी सील किया गया है। बता दें कि झोलाछाप नंदलाल पटेल खुद को शिशु रोग विशेषज्ञ बताता है। बिना डिग्री के बच्चों का इलाज करता है। करीब 4 साल से यह झोलाछाप अपनी क्लीनिक चला रहा है।-हटा में भी दिखा असर: हिनौता में संचालित क्लीनिक पर मिली बड़ी मात्रा में दवाएं
हटा में भी दिखा असर: हिनौता में संचालित क्लीनिक पर मिली बड़ी मात्रा में दवाएंरकाम, तहसीलदार प्रवीण त्रिपाठी और बीएमओ डॉ. यूएस पटेल ने हिनौता के झोलाछाप संतोष साहू की क्लीनिक पर छापेमार कार्रवाई की। यहां झोलाछाप संतोष साहू मरीजो का एलोपैथिक इलाज करते हुए मिला। झोलाछाप के विरुद्ध सीएम हेल्प लाइन में शिकायत दर्ज कराई गई थी। आरोपी झोलाछाप एमबीबीएस डिग्री होना बताकर मरीजों का उपचार कर रहा था। बता दें कि दिसंबर 22 में भी आरोपी साहू की क्लीनिक सील हुई थी और उसके विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
-पत्रिका की खबर के बाद कलेक्टर के निर्देश पर झोलाछापों के विरुद्ध कार्रवाई जारी।
-पथरिया, हटा सहित अन्य ब्लॉकों में झोलाछापों में दहशत।
-पथरिया में सभी झोलाछापों की क्लीनिक में लटके रहे ताले।