आम तौर पर वायु प्रदूषण को फेफड़ों और दिल से संबंधित बीमारियों का कारण माना जाता था। लेकिन इस अध्ययन में पहली बार ये पाया गया है कि प्रदूषण दिमाग को भी प्रभावित कर सकता है।
वायु प्रदूषण और अल्जाइमर: क्या है संबंध?
बेल्जियम और नीदरलैंड्स के वैज्ञानिकों ने इस अध्ययन में मृत लोगों के दिमाग की जांच की। इनमें से कुछ लोगों को अल्जाइमर रोग (Alzheimer’s Disease) था। जांच में वैज्ञानिकों को उनके दिमाग में काले कार्बन के कण मिले। ये काले कार्बन के कण प्रदूषण की वजह से उत्पन्न होते हैं। यह भी पढ़ें – Alzheimer को रोक सकती है यह खास डाइट? जानिए इस डाइट के फायदे स्वच्छ हवा में सांस लेना मस्तिष्क के लिए आवश्यक है
दिमाग के कई हिस्सों में ये काले कण पाए गए, जिनमें याददाश्त और सीखने से जुड़े हिस्से भी शामिल हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि प्रदूषण के ये कण सांस के जरिए शरीर में होते हैं और फिर खून के रास्ते दिमाग तक पहुंच जाते हैं।
अध्ययन में शामिल वैज्ञानिकों ने ये भी कहा कि इस नतीजे की पुष्टि के लिए और ज्यादा शोध की जरूरत है। लेकिन फिर भी ये चिंता का विषय है कि वायु प्रदूषण दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए स्वच्छ हवा में सांस लेने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए।