पूरा गांव पी रहा गंदा पानी
यहां रहने वाली पार्वतीबाई बताती है आसपास पानी नहीं है। कुंआ से पानी मिल रहा है, इसीलिए इसी जगह पर नहाना, कपड़ा धोने का काम भी करते हैं, जिससे कुंए के आसपास नमीं बनी रहे और उसका झिन्ना चालू रहे। नहीं तो एकमात्र कुंआ से भी पानी खत्म हो जाएगा और फिर पानी के लिए दूसरे गांव जाना पड़ेगा। पानी गंदा आ रहा है, हमें भी दिखता है। पूरा गांव यह पानी पीने मजबूर हैं, हम भी पी रहे हैं।भीषण जलसंकट से जूझ रहा गांव
जल निगम के रेकॉर्ड में बांसनी गांव में पानी की टंकी है। घर-घर पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाया जा रहा है, लेकिन हकीकत में चार महीने से पूरी लाइन बंद पड़ी है। पत्रिका ने गांव में स्थिति देखी तो पूरा गांव भीषण जलसंकट से जूझ रहा हैं। बीते दो महीनों से तालाब से निस्तार आदि के काम हो रहे थे, लेकिन अब वह भी सूख गया है। तीन कुंआ भी पूरी तरह सूख चुके हैं। 8 हैंडपंप में से 2-3 ही इस समय काम कर रहे हैं।गंदा पानी है शरीर के लिए जानलेवा
सीएमएचओ डॉ. सरोजिनी जेम्स बेक के अनुसार गंदा पानी शरीर और स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है। इससे अनेक प्रकार की ऐसी बीमारियां शरीर को जकड़ लेती हैं, जिसका अहसास तत्काल नहीं होता है। सामान्य दिखने वाला व्यक्ति भी गंभीर बीमारी से ग्रसित हो जाता है। आमतौर पर पेटदर्द, किडनी इंफेक्शन, पेचिश, स्टोन, डायरिया, टायफाइड सहित अनेक गंभीर रोग गंदे पानी की वजह से ही होते हैं। यदि गांव के लोग गंदा पानी पी रहे हैं, तो तत्काल ही टीम को भेजकर कुंआ के पानी की सफाई कराई जाएगी। साथ ही ग्रामीणों को समझाइश देते हैं।– आज ही सर्वे कराते है
पीएचई ईई गंगा सिंह रावत का कहना है कि बांसनी गांव में आज ही टीम भेजकर सर्वे करा लेता हूं। पानी का सैंपल भी लेकर जांच कराता हूं। साथ ही बंद पड़े सभी हैंडपंप को तत्काल रूप से चालू कराने का प्रयास करता हूं।
फैक्ट फाइल
- ग्राम पंचायत- बांसनी
- जनपद पंचायत- दमोह
- गांव की आबादी- 4600 करीब
- हैंडपंप- 10
- बंद हैंडपंप- 8
- कुंआ- 15
- उपयोगी कुंआ- 1
- सार्वजनिक तालाब- 1
- जल निगम नल कनेक्शन: 200 करीब
- जल सप्लाई- 4 महीने से बंद